–chhattisgarh vidhan sabha: विधानसभा कल तक के लिए स्थगित
–chhattisgarh vidhan sabha: कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा पर लगाए तैयारी करके नहीं आने का आरोप
रायपुर। chhattisgarh vidhan sabha: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतसत्र के पहले दिन किसनों के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। पहले कार्यवाही 10 मीनट के लिए स्थगित की गई और बाद में शोर-शराबा थमता ना देख सभापति सत्यनारायण शर्मा ने कार्र्यवाही को मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
दरअसल भाजपा सहित विपक्ष के 16 सदस्यों ने किसान आत्महत्या, धान खरीदी में अनियमितता, किसानों का गिरदावरी में रकबा कम होना आदि मुद्दो पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। (chhattisgarh vidhan sabha) साथ ही भाजपा की ओर से आत्म हत्या करने वाले किसान के परिजन को 25-25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की गई।
इन समस्त बिन्दुओं पर भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा, छजका के धर्मजीत सिंह ने सरकार से जवाब जनना चाहा। सरकार की ओर से मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने एक पृष्ठ का जवाब पढ़ा लेकिन विपक्ष ने इस पर असंतोष जताते हुए शोर-शराबा शुरू कर दिया।
कृषि व संसदीय कार्यमंत्री रवीन्द्र चौबे की ओर से विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा के लिए राजी होने के बावजूद भी विपक्ष का हंगामा कम नहीं हुआ। भाजपा सदस्य समूह में खड़े होकर अपनी बात कहने लगे।
जिससे स्पष्ट रूप से बाते आसंदी (chhattisgarh vidhan sabha) के समक्ष प्रस्तुत नहीं हो पा रही थी लिहाजा आसंदी ने भाजपा के शिवरतन शर्मा को सबसे पहले अपनी बात रखने को कहा लेकिन भाजपा की ओर से तीन, चार की संख्या में ही सदस्य खड़े होते गए जिससे हंगामा बढ़ते चला गया।
सरकार की ओर से मंत्री अमरजीत भगत व शिव डहरिया ने भी पक्ष रखा, नारे लगाए घडिय़ाली आंसू मत बहाव। इस पर भाजपा सदस्यों की ओर से भी नारे लगने लगे, किसान विरोधी सरकार नहीं चलेगी।
इसी के साथ भाजपा सदस्य व विपक्ष के कुछ अन्य सदस्य वेल में आ गए और जमकर नारे बाजी करने लगे। अंतत: सभापति सत्यनारायण शर्मा ने कार्यवाही को मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।