रायपुर/नवप्रदेश। Uproar In CG Assembly Over Law & Order : छत्तीसगढ़ में अपराध बढ़ने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने मंगलवार को विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाया। विपक्ष का स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य हुआ तो विपक्ष ने खूब हंगामा मचाया। शोरगुल और सरकार विरोधी नारेबाजी के साथ कांग्रेस विधायकों ने गृहमंत्री विजय शर्मा से इस्तीफा देने की मांग करते रहे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने दो बार सदन की कार्रवाई स्थगित किये। लेकिन जैसे ही राज्य की गिरती कानून व्यवस्था और मुद्दे पर चर्चा की मांग विपक्ष किया तो पुनः आसंदी ने पूर्व में हो चिकि चर्चा बताकर व्यवस्था नहीं दी। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कांग्रेस के सभी विधायक फिर से नारा लगते हुए गर्भगृह में आ गए।
गृहमंत्री और स्पीकर के क्षेत्र में कवर्धा में 1 महीने में 4 हत्या, बस्तर में नक्सल हमलों और सरगुजा में अपहरण, हत्या के मामलों का उदाहरण देते हुए कांग्रेस सदस्यों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया।
काफी देर तक नारेबाजी, डबल इंजिन की सर्कार में क्राइम के डबल होने और गृहमंत्री के इस्तीफा देने की मांग करते हुए सभी विपक्षी सदस्यों को आसंदी ने निलंबित कर दिया। हालांकि चंद मिनट बाद ही सभी निलंबित सदस्यों का निलंबन रद्द भी कर दिया गया था।
दरअसल मंगलवार का सदन में कांग्रेस विधायकों उमेश पटेल, कवासी लखमा, विक्रम मंडावी समेत कई विधायकों ने प्रदेश में अपराध की घटनाएं बढ़ने का आरोप लगाया। इसके बाद विपक्ष ने इस मामले में स्थगन प्रस्ताव लाया। विपक्षी सदस्यों ने बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई और सदन का काम रोककर स्थगन पर चर्चा कराने की मांग रखी।
महंत ने कहा-
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस मसले पर कहा कि, पूरे प्रदेश में अपराध की घटनाएं घटित हो रही हैं। इस विषय पर सदन में चर्चा होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि, सारे काम रोककर सदन में अपराधों पर चर्चा कराई जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य कर दिया। स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया।
शोरगुल के बीच कार्यवाही स्थगित
विपक्षी सदस्यों ने स्थगन पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस बीच विपक्षी सदस्य सदन में जमकर नारेबाजी करने लगे। सदन में भारी हंगामा और नारेबाजी के चलते सदन की कार्रवाई 5 मिनट के लिए स्थगित करने की घोषणा विधानसभा अध्यक्ष ने कर दी।