लखनऊ। UP Election 2022: आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है और सियासत गरमा रही है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस में अंदरूनी कलह के चलते हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। राजनीति में चाणक्य माने जाने वाले प्रशांत किशोर ने अब आगामी चुनाव की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर लखीमपुर कांड के बाद अब प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की राजनीति में ज्यादा सक्रिय नजर आ रही हैं। प्रशांत किशोर ने कहा है कि राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता 2017 के चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी को कांग्रेस का चेहरा बनाने के लिए तैयार नहीं थे।
एक साक्षात्कार में बोलते हुए, प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें शुरू में कांग्रेस की पेशकश पर संदेह था। इसके लिए मैंने अपने साथियों से भी सलाह ली थी। अगर कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करती है, तो यह बहुत बड़ी सफलता नहीं होगी। उन्होंने तीन महीने उत्तर प्रदेश का अध्ययन किया और फिर कांग्रेस के सामने योजना पेश की। हालांकि शुरुआत में राहुल गांधी कुछ बातों के लिए तैयार नहीं थे।
कांग्रेस का चेहरा बनना चाहती थीं प्रियंका गांधी
प्रशांत किशोर (UP Election 2022) ने दावा किया कि मेरी योजना के मुताबिक, प्रियंका गांधी कांग्रेस का चेहरा बनना चाहती थीं। इस बारे में तीन महीने तक काफी चर्चा हुई और आखिरकार वे मेरी बात मान गए। शुरुआत में कांग्रेस ने अच्छा माहौल बनाया था। हालांकि, समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन सबसे हानिकारक था।
इस बीच, मैंने कभी नहीं सोचा था कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को नेतृत्व करना चाहिए। हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सपा के साथ चुनाव में जाने से काफी फायदा हो सकता है। हालांकि, मैं कांग्रेस से दूर नहीं गया।