नई दिल्ली/नवप्रदेश। जिस विश्वविद्यालय (university) के छात्रों को कथित तौर पर कभी देश के गद्दार (traitor) की उपमा दे दी गई थी, उसी विश्वविद्यालय (university) से निकले तीन पूर्व छात्र (students) अब फिल्मों के लिए दिए जाने वाले दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ऑस्कर (oscar) को बतौर मेंबर जज कर सकेंगे।
इन तीनों छात्रों को अमेरिका में एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आट्र्स एंड साइंसेंस की तरफ से न्योता मिला है। एकेडमी ने 68 मुल्कों से फिल्म जगत से जुड़े 800 से ज्यादा लोगों को मेंबरशिप का प्रस्ताव दिया है। मेंबरशिप ऑफर करने का मकसद एकेडमी में सभी वर्ग के प्रतिनिधित्व को व्यापक करना है। बता दें कि मोशन पिक्चर की पहचान दुनिया भर में इसके सालाना ऑस्कर समारोह के लिए है।
नई सदस्यता के लिए जिन लोगों को न्योता भेजा गया है उनमें हॉलीवुड और बॉलीवुड की शख्सियतों के अलावा भारत के फिल्म जगत के प्रोफेशनल भी हैं। डाक्यूमेंट्री कैटगेरी में जामिया मिलिया इस्लामिया (jamila millia islamia) के विद्यार्थी (students) रहे निष्ठा जैन, शेरले अब्राहम और अमित महादेसिया को एकेडमी ने सदस्य बनने का प्रस्ताव दिया गया है। ये तीनों जामिया मिलिया के एजेके मास कम्यूनिकेशन एंड रिसर्च सेंटर से पढ़ाई कर चुके हैं।
गद्दार वाला फ्लैशबैक
गौरतलब है कि दिल्ली में इसी साल की शुरुआत में हुए चुनाव के दौरान शाहीन बाग व जामिया में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हो रह थे। तब रिठाली की एक रैली में अनुराग ठाकुर ने नारा लगाते हुए कहा था देश के गद्दारों (traitor) को… इसके बाद भीड़ से आवाज आई थी गोली मारो… को। इसके करीब दो दिन बाद किसी शख्स ने जामिया में फायरिंग कर दी थी। इस घटना को मंत्री ठाकुर के बयान से जोड़कर देखा जाने लगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अनुराग ठाकुर के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया था।
निष्ठा डायरेक्टेड गुलाबी गैंग को मिला राष्ट्रीय अवार्ड
जामिया मिलिया इस्लामिया (jamia millia islamia) विश्वविद्यालय (university) के मास कम्यूनिकेशन रिसर्च सेंटर से पढ़ाई के बाद निष्ठा ने फिल्म डायरेक्शन में एफटीआईआई पुणे से दक्षता हासिल की। पेशेवर के तौर पर उन्होंने फिल्मोग्राफी मेंं कई अहम काम किए हैं। निष्ठा जैन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 25 अवार्ड मिल चुके हैं।
इसके अलावा उन्हें कई प्रतिष्ठित फेलोशिप भी प्राप्त हो चुकी है। 2012 में आई गुलाबी गैंग ने 2014 की सामाजिक कैटेगरी में बेहतरीन फिल्म का राष्ट्रीय अवार्ड का खिताब जीता। इस फिल्म की स्क्रिप्ट निष्ठा ने लिखी थी और डायरेक्ट भी किया था।
इसलिए जानी जाती है शेरले और अमित की जोड़ी
शेरले अब्राहम और अमित महादेसिया ने 2006 में जामिया मिलया के मास कम्यूनिकेशन सेंटर से पढ़ाई पूरी करने के बाद कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रोजेक्ट पर काम किया। उनकी डॉक्यूमेंट्री सिनेमा ट्रैवेलर्स को कांस फिल्म समारोह में दिखाया गया। फिल्म को भारत में प्रेसिडेंट्स गोल्ड मेडल समेत 19 अवार्ड मिल चुके हैं। अमित फोटोग्राफी में अपना लोहा मनवा चुके हैं। उनके नाइट स्क्रीनिंग ऑफ ट्रैवेलिंग सिनेमा इन इंडिया नामक 12 फोटो की सीरीज को 2011 में वल्र्ड प्रेस फोटो का अवार्ड मिल चुका है।