नई दिल्ली/नवप्रदेश। केंद्रीय मंत्री (union minister) रामविलास पासवान (ramvilas paswan) के पास अब एक अहम पद नहीं रहेगा (will not hold) । अब वे अपनी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (ljp) के मुखिया (president) का पद नहीं संभालेंगे। बुधवार को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में उनके पुत्र चिराग पासवान को लोजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया।
केंद्रीय खाद्य व उपभोक्ता मामलों के मंत्री (union minister) पासवान (ramvilas paswan) ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा , ‘मंत्री के रूप में जिम्मेदारियों के चलते मैं पार्टी (ljp) और संगठन के मामलों को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहा था। मैंने नये अध्यक्ष के चयन की जिम्मेदारी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी पर छोड़ दी थी और उसने चिराग पासवान को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष (president) बनाने का निर्णय लिया है।’
नवंबर 2000 में बनाई थी पार्टी
पासवान ने नवंबर 2000 में लोजपा का गठन किया था और इसका जनाधार मुख्य रूप से बिहार के दलित समुदाय में है। कुछ समय के लिए बाॅलीवुड में काम करने वाले चिराग पासवान ने 2013 में राजनीति में कदम रखा था और उन्होंने लोजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का घटक बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।
मौजूदा लोकसभा में वह बिहार की जमुई संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। रामविलास पासवान 2002 के गुजरात दंगों के बाद नरेन्द्र मोदी के कट्टर आलोचक रहे थे। बाद में उन्होंने राजग का दामन थाम लिया और उनकी पार्टी केन्द्र सरकार में शामिल है। लेकिन अब वे इसके मुखिया का पद नहीं संभालेंगे (will not hold)।