वेब सीरीज मे अश्लीलता को स्वीकार करते हुये फिल्म अभिनेता तुषार कपूर ने कहा कि वेब की दुनिया के इस करिश्मे में सेंसरशिप की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है। वेब सीरीज बू….सबकी फटेगी की लाचिंग के मौके पर नवाब नगरी पहुंचे तुषार ने कहा फटाफट जिंदगी में वेब सीरीज का बढ़ता आकर्षण लाजिमी है। वास्तव में यह एक करिश्मा है। इसके लिये आपको चिपक कर बैठने की जरूरत नहीं है। इसका कुछ पार्ट देखने के बाद आप समय मिलने पर बाकी बचा हिस्सा दो महीने बाद भी देख सकते है। सबसे मजे की बात यह है कि वेब सीरीज के हर एपीसोड के बाद रोमांच और बढता जाता है।
वेब सीरीज में सेंसरशिप की वकालत को नकारते हुये उन्होने कहा कि यह अभिभावक पर छोड़ देना चाहिये कि वह अपने बच्चे को क्या दिखाना चाहता है। मोबाइल फोन को वैसे भी बच्चों के हाथों में देना सही नहीं है। वेब सीरीज के निर्माता निर्देशक को समझना होगा कि वे क्रियेटिवनेस को बरकरार रखते हुये क्या हद पार कर सकते है। फिल्म अभिनेता ने कहा कि गोलमाल रिर्टन जैसी कामेडी फिल्मों से मिली पहचान से वह संतुष्ट है। हर वर्ग के लोग विशेषकर बच्चे उन्हे कामिक रोल में देखना पसंद करते है और एक कलाकार के लिये यह सुखद होता है। हालांकि उन्होने खाकी और डर्टी पिक्चर जैसी तमाम फिल्मों में अलग किरदार निभाया है जिसे दर्शकों ने काफी पसंद भी किया है।
फिल्मों से दूर रहने के सवाल पर उन्होने कहा सब कुछ आपके हाथ में नहीं होता। कुछ फिल्मों की पटकथा पसंद नहीं आने पर नकारा तो कई फिल्मे अपने मुकाम तक नहीं पहुंच सकी। पिता बनने के बाद दुनिया सुलझ गयी है। अब खुशी ज्यादा हो गयी है। क्लीयरिटी और कांफीडेंस में जबरदस्त इजाफा हुआ है। बच्चों में भी समय देना पड़ता है। आने वाले समय में एक थ्रिलर मूवी पर बात चल रही है। अगर सब कुछ सही रहा तो रूपहले पर्दे पर नजर आ सकता हूं। पिता और गुजरे जमाने के दिलकश अभिनेता जितेन्द्र को लेकर उन्होने कहा कि 30 साल में ढाई सौ से ज्यादा फिल्मे करने वाले उनके पिता का ध्यान पूरी तरह व्यवसाय पर है। वह बालाजी टेलीफिल्म्स के चेयरमैन भी है। वह काम से पूरी तरह रिटायर नहीं हो सकते। समय समय पर उनकी सलाह मिलती रहती है।