Turkey-Syria Earthquake : तुर्की और सीरिया में भूकंप के कारण जो भारी जन धन की हानी हुई है उससे तुर्की और सीरिया के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है। आपदा की इस घड़ी में वैसे तो दुनिया के कई देशों ने मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाए है लेकिन सबसे पहले भारत ने तुर्की और सीरिया में मदद पहुंचाई है। भारत ने न सिर्फ भूकंप प्रभावितों के लिए खाद्यय सामग्री और दवाओं की खेप भेजी है बल्कि चिकित्सकों का एक दल भी भेजा है जो वहां अस्थाई अस्पताल बनाकर भूकंप में घायल हुए लोगों का उपचार कर रहे है। यही नहीं बल्कि भूकंप के कारण मलबे में दबे लोगों की खेाज कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए भी भारत ने प्रशिक्षित दल भेजा है।
भारत की इस मदद के लिए सीरिया और तुर्की की सरकार ने भारत का शुक्रिया अदा किया है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूकंप प्रभावित इन दोनों देशों को आश्वासन दिया है कि विपदा की इस घड़ी में भारत उनके साथ है और आगे भी भारत उन्हे हर संभव मदद मुहैया कराएगा। गौरतलब है कि मुस्लिम बाहुल्य तुर्की और सीरिया भारत विरोधी देश माने जाते है। खासतौर पर तुर्की ने तो हमेशा भारत की मुखालफत की है। पाकिस्तान के सुर मे सुर मिलाकर तुर्की ने कश्मीर से ३७० के खात्मे का प्रबल विरोध किया था यहां तक कि तुर्की में संसद का एक विशेष अधिवेशन बुलाकर कश्मीर पर घडिय़ाली आंसू बहाए गए थे। इसके बाद भी जब तुर्की पर कुदरत का कहर टूटा तो भारत ने अपने मतभेद भुलाकर सबसे पहले तुर्की की मदद की।
इसके लिए आज सारी दुनिया भारत की मुक्त कंठ से सराहना कर रही है। इसके पहले जब नेपाल में प्राकृतिक प्रकोप टूटा था तब भी भारत ने वहां सबसे पहले और सबसे ज्यादा मदद मुहैया कराई थी। श्रीलंका भी जब आर्थिक रूप से कंगाल हो गया था और वहां भुखमरी के हालात पैदा हो गए थे तब भी भारत ही उनके लिए खुदाई मददगार साबित हुआ था।
अफगानिस्तान को भी भारत ने भूख के दुख से ऊबारने में मदद की थी। आज ये सभी देश भारत के मुरीद बन गए है। दरअसल भारत पीडि़त मानवता की सेवा करने में सबसे आगे रहा है यही वजह है कि आज दुनिया के किसी भी कोने में कोई देश संकट में पड़ता है तो वह सहायता के लिए भारत की तरफ ही देखता है और भारत उन्हे निराश भी नहीं करता यथासंभव मदद पहुंचाता है।
हमारा पड़ौसी देश पाकिस्तान भी इन दिनों बदहाली का शिकार (Turkey-Syria Earthquake) है और पाकिस्तान की जनता भी भारत की ओर ही मदद के लिए टकटकी लगाए देख रही है लेकिन पाकिस्तान ने भारत से अपने संबंध इस कदर खराब कर लिए है कि उनके हुक्मरान भारत से मदद की गुहार लगाने की हिम्मत नहीं कर रहे है। बहरहाल भारत आपदा ग्रस्त देशों की मदद कर के विश्व गुरू की भूमिका में आ रहा है और यह हम सब भारतीयों के लिए गर्व की बात है।