गरियाबंद/नवप्रदेश। TS Singhdev : मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा को लेकर फिर एक बार बयान दिया है। गरियाबंद दौरे पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला, तो वो जरूर ही जिम्मेदारी निभाने की कोशिश करेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि घर के बड़े जो भी फैसला लेंगे, उसे वो मानेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आगामी चुनाव को लेकर कहा कि आगामी चुनाव में घोषणा पत्र बनाने की जिम्मेदारी उन्हें नहीं मिली है। गरियाबंद में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सिंहदेव ने कहा कि, पीसीसी अध्यक्ष और विधायक दल नेता ही मुख्यमंत्री का चेहरा होता है। मुख्यमंत्री के रूप में भूपेश बघेल हैं, इसलिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा होने में उनकी संभावना ज्यादा है।
घर के बुजुर्ग तय करते हैं मुख्यमंत्री का चेहरा
सिंहदेव ने हंसते हुए कहा कि अगर मुझे AICC का प्रेसीडेंट डिक्लेयर कर दीजिये, मैं ऐलान कर दूंगा कि कौन मुख्यमंत्री का चेहरा होगा। मैं प्रदेश स्तर का जनप्रतिनिधि हूं, मेरी हैसियत इतनी नहीं होती, कि मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करूं। घर के जो बड़े होते हैं वो तय करते हैं कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा।
वहीं घोषणा पत्र को लेकर सिंहदेव ने कहा कि इस बार समय काफी कम बचा है और उन्हें ऐसी कोई जवाबदेही भी नहीं मिली है। पिछली बार जनवरी से ही घोषणा पत्र की तैयारी शुरू हो गयी थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं लग रहा है, कि लोगों में मिल-मिलकर घोषणा पत्र तैयार किया जायेगा। सिंहदेव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री के मुद्दे पर कहा कि- ये जिम्मेदारियों की बात होती है, हर किसी के मन में होता है, जिसे भी मौका मिलता है, वो जिम्मेदारियों को निभाता है, मुझे भी मौका मिला तो मैं जिम्मेदारी निभाऊंगा, इसलिए मैं बोलता हूं कि जो भी घर के बड़े फैसला लेंगे, उसे निभाने की कोशिश करूंगा।
शराबबंदी पर दिलचस्प बयान
गरियाबंद के छुरा में पत्रकारों से बात करते हुए शराबबंदी पर उन्होंने बड़ा दिलचस्प बयान दिया। स्वास्थ्यमंत्री ने कहा कि, मैं तो शराब नहीं पीता, लेकिन मेरे जितने करीबी लोग, दोस्त हैं सभी शराब पीते हैं, उन्होंने कहा कि अगर आपने घोषणा पत्र में शराबबंदी रखी, तो मैं कांग्रेस को वोट नहीं दूंगा, लेकिन उस वक्त महिलाएं शराबबंदी को लेकर पुरजोर आवाज उठा रही थी। कांग्रेस में भी असमंजस की स्थिति थी कि शराबबंदी को रखा जाये या नहीं? लेकिन शराबबंदी को हमलोगों (TS Singhdev) ने घोषणा पत्र में रखा। अब समय काफी कम बचा है, लगता नहीं कि शराबबंदी हो पायेगी।