न्यूयॉर्क /ए.। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (trump tax case) द्वारा अमेरिका से अधिक टैक्स भारत में भरने का समाचार न्यूयॉर्क टाइम्स (newyork times report on trump tax case) ने दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के समाचार के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में 750 डॉलर का कर भरा लेकिन भारत में हुई एक रियल एस्टेट के करार में ट्रंप (trump tax case) या उनकी कंपनी ने करीब 1 लख 45 हजार400 डॉलर्स का कर्ज भरना पड़ा।
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यह खबर झूठी होने की बात कही है। भारत के नियमानुसार उन्होंने कर भरा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने 2016 में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था। तब उन्हें 750 डॉलर का कर्ज भरना पड़ा था। ऐसी भी जानकारी है कि पिछले 15 वर्ष में 10 वर्ष डोनाल्ड ट्रंप को कर भरना ही नहीं पड़ा क्योंकि मिलकियत की तुलना में उनका खर्च दिखाया गया था।
ट्रंप ने तुरंत बुलाई पत्रकार वार्ता
अब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रसिडेंशियल डिबेट हो रही है। इस बीच न्यूयॉर्क टाइम्स (newyork times report on trump tax case) द्वारा प्रकाशित समाचार से अमेरिका में खलबली मची हुई है। यह समाचार प्रकाशित होने के बाद ट्रंप को तत्काल पत्रकार वार्ता बुलानी पड़ी। इसमें उन्होंने उचित कर भरने की बात कही है। ट्रंप की कंपनी के प्रवक्ता एलन गार्टन ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का समाचार झूठा है। डोनाल्ड ट्रंप ने व्यक्तिगत आय से करोड़ों डॉलर का कर सरकार को दिया है। इतना ही नहीं तो ट्रंप के राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद भी उन्होंने उचित कर भरा है।