Tribal Development Roadmap : जिले की आदिवासी बाहुल्य पंचायतों में इतिहास रचने वाला अभियान संपन्न हुआ है। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चले विशेष आयोजन में ग्रामीणों ने पहली बार अपने गांव के विकास का रोडमैप खुद तय किया। इस दौरान आयोजित विशेष ग्राम सभाओं में 315 ग्राम पंचायतों ने मिलकर ‘ग्राम विजन-2030’ को मंजूरी दी, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, कृषि, पोषण, स्वरोजगार और आजीविका जैसी प्राथमिकताओं को केंद्र में रखा गया।
शिविरों के जरिए ग्रामीणों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पीएम किसान कार्ड, जनधन खाते जैसी योजनाओं का लाभ दिलाया गया। नुक्कड़ नाटक, ट्रांजैक्ट वॉक और सामुदायिक संवाद कार्यक्रमों ने लोगों को सीधे जोड़ते हुए विकास (Tribal Development Roadmap) की चर्चा को गांव-गांव तक पहुंचाया। इन गतिविधियों का मकसद यही रहा कि स्थानीय आकांक्षाएं कागज पर नहीं, बल्कि नीतियों और योजनाओं का हिस्सा बनें।
विशेष ग्राम सभाओं के दौरान तैयार किए गए विजन दस्तावेज अब जिला स्तर पर समेकित किए जाएंगे और 12 अक्टूबर तक राज्य स्तर पर भेजे जाएंगे। इसके साथ ही चयनित ग्रामों में एकल खिड़की प्रणाली पर आधारित ‘आदि सेवा केंद्र’ स्थापित किए जा रहे हैं, जहां से ग्रामीणों को योजनाओं और प्रशासनिक सेवाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध होगा।
ग्राम स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स और चुने हुए युवाओं की भूमिका भी उल्लेखनीय रही। 20 से अधिक आदिवासी युवा कैडर को इस प्रक्रिया में जोड़ा गया है, ताकि वे समुदाय को भागीदारी (Tribal Development Roadmap) के लिए प्रेरित करें और गांवों को स्थायी विकास की दिशा दें।
गांव-गांव से उठी यह साझा आवाज आने वाले वर्षों में सिर्फ योजनाओं का दस्तावेज नहीं होगी, बल्कि आदिवासी क्षेत्रों की वास्तविक जरूरतों और आकांक्षाओं पर आधारित विकास की ठोस दिशा साबित होगी।