अमृतसर से विशाखापट्टनम जा रही हीराकुंड एक्सप्रेस में रविवार दोपहर सीट को लेकर हुए मामूली झगड़े ने अचानक बड़ा रूप ले लिया, जब एक बुजुर्ग यात्री ने हेल्पलाइन पर आतंकी होने की अफवाह फैला दी। (Train Terror Rumour) सूचना मिलते ही दतिया और झांसी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं और ट्रेन को रोककर सघन जांच शुरू कर दी गई। घटना के चलते ट्रेन दतिया में लगभग एक घंटे तक खड़ी रही।
दोपहर करीब 12 बजे ग्वालियर से रवाना होकर झांसी की ओर बढ़ रही हीराकुंड एक्सप्रेस (20808) के इंजन के पीछे स्थित जनरल कोच में सीट को लेकर बुजुर्ग यात्री और तीन युवकों के बीच विवाद हो गया। इसी दौरान बुजुर्ग ने रेलवे हेल्पलाइन पर फोन कर विवाद को “आतंकी” गतिविधि बताकर सूचना दे दी। (Train Terror Rumour) हेल्पलाइन पर यह जानकारी मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ तुरंत सक्रिय हो गए।
लगभग एक बजे ट्रेन के दतिया स्टेशन पहुंचते ही जनरल कोच को खाली कराया गया और संदिग्धों की तलाश में सघन जांच की गई। यात्रियों से पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि मामला सिर्फ सीट के झगड़े का था। इसके बाद तीनों युवकों सहित कुल चार यात्रियों को ट्रेन से उतारकर हिरासत में लिया गया।
दतिया से ट्रेन रवाना होने के बाद झांसी रेलवे स्टेशन पर भी जनरल कोच को खाली कराकर दोबारा जांच कराई गई। करीब आधे घंटे की जांच के बाद जब कोच में कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नहीं मिला, तब ट्रेन को आगे भेजा गया।
वरिष्ठ मंडल संरक्षा आयुक्त विवेकानन्द नारायण ने बताया कि सूचना गंभीर थी, इसलिए प्रोटोकॉल के तहत तुरंत कार्रवाई की गई। जांच में सीट विवाद की पुष्टि होने पर चारों यात्रियों को आगे की पूछताछ के लिए दतिया कोतवाली के हवाले कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से दतिया व झांसी दोनों स्टेशनों पर चेकिंग के बाद ही ट्रेन को रवाना किया गया।

