नवे दिल्ली। Top Female Cyclist : देश की एक टॉप साइक्लिस्ट ने भारतीय राष्ट्रीय टीम के साइकिलिंग कोच आर के शर्मा पर अनुचित व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला एथलीट के आरोपों ने खेल जगत में सनसनी फैला दी है। जिसके बाद विदेश दौरे पर स्लोवेनिया गए भारतीय टीम के साइक्लिस्ट एथलीटों को तत्काल प्रभाव से भारत वापस बुला लिया गया है। कोच पर लगे आरोपों की जांच के लिए हाइ लेवल टीम गठित की गई है।
साइक्लिस्ट का कोच पर गंभीर आरोप
साइक्लिस्ट ने आरोप लगाए कि कोच आर के शर्मा जबरदस्ती उसके कमरे में घुस आए। उसे मालिश की पेशकश की और उसके साथ सोने के लिए कहा। महिला एथलीट ने ये आरोप भारतीय खेल प्राधिकरण यानी SAI (Sports Authority of India) को लिखे अपने शिकायती ईमेल में लगाए हैं।
ये पूरा मामला (Top Female Cyclist) स्लोवेनिया गए भारतीय साइक्लिंग टीम के शिविर के दौरान सामने आया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक महिला एथलीट ने कहा कि आर के शर्मा, मुझे उनकी पत्नी की तरह व्यवहार करने के लिए कह रहे थे, क्योंकि वह मुझसे बेहद प्यार करते हैं और चाहते हैं कि मैं उनकी पत्नी बनूं।
करियर बर्बाद करने की धमकी
एथलीट ने आरोप लगाया कि इस बीच कोच ने उन्हें जबरदस्ती अपनी ओर खींच लिया, यह कहते हुए कि वह उसे अपनी पत्नी बनाना चाहता है। जब महिला एथलीट ने विरोध किया तो कोच ने उसे नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओई) से हटाकर उसके करियर को नष्ट करने की धमकी दी। साथ ही यह भी कहा कि वह सड़क पर सब्जियां बेचेगी। जब शिकायतकर्ता ने कैंप छोड़ने और भारत लौटने का फैसला किया, तो शर्मा ने उसके परिवार को फोन लगा दिया और उनसे उसकी (महिला एथलीट) शादी करने के लिए कहा।
आरोपों की जांच के लिए टीम गठित
स्लोवेनिया गए भारतीय साइक्लिंग टीम में पांच पुरुष और एक महिला शामिल थे। जो 15 मई को स्लोवेनिया के लिए रवाना हुए और 14 जून को लौटने वाले थे। इस मामले के बाद SAI ने सभी एथलीटों को पहले ही वापस बुला लिया है। SAI ने अपने बयान में कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण को स्लोवेनिया में भारतीय साइक्लिंग टीम के कोच के अनुचित व्यवहार की शिकायत मिली है। कोच को साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की सिफारिश पर नियुक्त किया गया था। महिला एथलीट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उसे तुरंत भारत वापस बुला लिया गया है और मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। मामले को प्राथमिकता से निपटाया जा रहा है और जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा।
‘कोच ने रूम शेयर करने के लिए कहा’
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि कोच उसके साथ रूम शेयर करना चाहता था। इसके लिए उसने एथलीट से कहा कि यहां रहने के लिए व्यवस्था ट्विन-शेयरिंग आधार पर की गई है। इन सबके बाद महिला एथलीट ने SAI से अलग कमरे का अनुरोध किया। उसके अनुरोध पर, SAI ने उसके लिए एक अलग कमरे की व्यवस्था की। जिससे गुस्सा होकर कोच उसे टीम के अन्य सदस्यों के साथ एक कार्यक्रम के लिए जर्मनी नहीं ले गया। SAI के सूत्र ने बताया कि महिला एथलीट के लिए अलग कमरे की व्यवस्था पहले ही कर दी गई थी, क्योंकि वह टीम की एकमात्र महिला सदस्य थी और उसे किसी के साथ कमरा शेयर करने की कोई जरूरत नहीं थी।
SAI ने स्लोवेनिया से पूरी टीम को वापस बुलाया
इस मामले के बाद SAI ने पूरी भारतीय टीम को वापस देश बुलाने का फैसला किया। साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) के अध्यक्ष ओंकार सिंह ने बताया कि SAI ने आज बुधवार की सुबह सीएफआई को फोन किया और कहा कि कोच आरके शर्मा समेत सभी एथलीटों को स्लोवेनिया से तुरंत वापस बुलाया जाएगा। वहीं, SAI ने कोच शर्मा को जल्द से जल्द वापसी के लिए अलग से मैसेज भेजा था। भारतीय टीम को स्लोवेनिया 18 से 22 जून तक राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली एशियन ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप के लिए अच्छी तरह से तैयार करने में मदद करने के लिए भेजा गया था।
कोच पर लटक रही जांच की तलवार
अब, कोच शर्मा को (Top Female Cyclist) पांच सदस्यीय जांच पैनल के सामने पेश होना होगा, जिसकी अध्यक्षता SAI की आंतरिक यौन उत्पीड़न समिति के प्रमुख करेंगे। सीएफआई ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति भी बनाई है और पीड़ित को पूरा समर्थन देने का वादा किया है। सीएफआई के पैनल में महासचिव मनिंदर पाल सिंह, एसएस सुदीश कुमार (अध्यक्ष, केरल साइकिलिंग), दीपाली निकम (मुख्य कोच, महाराष्ट्र साइकिलिंग टीम) और सहायक सचिव वीएन सिंह शामिल हैं।