Children Death : भाजपा ने लगाया लापरवाही का आरोप
रायपुर/नवप्रदेश। Children Death : अंबिकापुर मेडिकल कालेज में 4 घंटे के भीतर चार नवजात की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया। मेडिकल कालेज प्रबंधन और स्टाफ पर लगे गंभीर आरोपों के बीच स्वास्थ्य मंत्री सीधे दिल्ली से अंबिकापुर पहुंचे हैं, तो वहीं जिले के प्रभारी मंत्री शिव डहरिया को राज्य सरकार ने रायपुर से अंबिकापुर भेजा है। प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर, मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक की आपात बैठक बुलाई है।
अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते रात चार बच्चों (Children Death) की संदेहास्पद मौत हो गई है। इन बच्चों का इलाज अस्पताल के एसएनसीयू मे चल रहा था। जिस वक्त इन बच्चों की मौत हुई उस वक्त वार्ड में 50 बच्चे भर्ती थे। आरोप था कि डाक्टरों ने ना तो सही इलाज किया और ना ही नर्सों ने बेहतर देखरेख की, जिसकी वजह से 4 नवजात की मौत हो गयी। इससे पहले शनिवार को इस मामले में परिजनों ने अस्पताल के सामने ही मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था, जिसके बाद सीनियर डाक्टरों की समझाईश के बाद किसी तरह से मामले को सुलझाया गया था, लेकिन परिजन लगातार स्वास्थ्य मंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े थे।
इसी बीच शनिवार शाम सिंहदेव दिल्ली पहुंच गये थे, रविवार को जब पूरे प्रकरण की जानकारी उन तक पहुंची, तो उन्होंने तत्काल अपना दिल्ली दौरा छोड़ा और सीधे अंबिकापुर लौटे। नवजात की मौत के मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बिलासपुर और रायपुर से स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम को अंबिकापुर पहुँचने के लिए निर्देशित किया है।
आपको बता दें कि कल अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू व पीडियाट्रिक वार्ड में नवजात शिशुओं की मौत हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने रायपुर और बिलासपुर से विशेषज्ञों की टीम को भी तुरंत अंबिकापुर पहुंचने को कहा है। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रभारी मंत्री शिवकुमार डहरिया अम्बिकापुर पहुँच गए हैं। प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर, मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक की आपात बैठक बुलाई है।
बच्चों के मौत मामले में भाजपा का आरोप
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्चों की मौत (Children Death) के मामले में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर हो गई है। डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में मंगवाई गई मशीनें हॉस्पिटलों में डंप पड़ी हुई हैं। मशीनों के चलाने के लिए टेक्नीशियन और विशेषज्ञों की नियुक्ति तक नहीं की जा रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अपना दौरा स्थगित कर अंबिकापुर पहुंच रहे हैं, अच्छी बात है, लेकिन जिम्मेदारी तय होनी चाहिए,ताकि ऐसी घटना दोबारा ना हो। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई भी होना सुनिश्चित किया जाये।