-मंदिर की पहली मंजिल का निर्माण तेजी से चल रहा है
नई दिल्ली। ram mandir ayodhya: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में पेंटिंग्स के जरिए वाल्मिकी रामायण को संरक्षित किया जाएगा। वाल्मिकी रामायण के छह कांडों (बाल से लंका कांड) के मुख्य 98 श्लोकों के माध्यम से निचले राम चबूतरे पर ‘राम कथा’ उकेरी जा रही है।
राम मंदिर के स्तंभों और अन्य स्थानों पर आध्यात्मिक, पौराणिक ग्रंथों में वर्णित कहानियों के आधार पर मूर्तियां बनाई जा रही हैं। पहले चरण के महत्वपूर्ण निर्माणों में गर्भगृह, पाँच मंडप, भूतल, निचली छत और पूर्वी प्रवेश द्वार शामिल हैं। निचले मंच पर ‘राम कथा’ उकेरी जा रही है जिसमें वाल्मिकी रामायण के 98 प्रमुख श्लोकों पर आधारित 98 भित्तिचित्र हैं। वाल्मिकी रामायण में कुल 24,000 श्लोक हैं।
जनवरी में राम मंदिर में रामलला को विराजमान करने के लिए काम तेज हो गया है। प्रथम चरण के महत्वपूर्ण कार्य अगले 120 दिनों में पूर्ण किये जा रहे हैं। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा कि श्री रामजन्मभूमि मंदिर की पहली मंजिल का निर्माण जोरों पर है।
पहले चरण का काम दिवाली तक पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी जी महाराज ने एक समिति गठित की गई है। इस समिति को यह विचार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है कि प्राणप्रतिष्ठा समारोह में किसे आमंत्रित किया जाए।
सूर्य की किरणें रामलला की मूर्ति पर पड़ेंगी
वर्ष 2024 में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की रामनवमी के दिन जन्मोत्सव मनाया जाएगा। ठीक दोपहर बारह बजे राम जन्म के समय सूर्य की किरणें कुछ देर के लिए रामलला की मूर्ति पर पड़ेंगी।