नई दिल्ली। मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान। ये पंक्तियां शनिवार को दिल्ली के एम्स aiims अस्पताल hopital में सामने आई घटना पर सटीक बैठती हैं। दिल्ली के एम्स अस्पताल में शनिवार की शाम आग लग गई, जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। मरीज, उनके परिजन से लेकर डॉक्टर doctor तक हर कोई दहशत में था।
लेकिन इस सबके बीच अस्पताल में एक बच्ची girl ने जन्म लिया। एम्स aiis के डॉक्टरों ने विपरीत परिस्थति में धैर्य व साहस का अद्भुत परिचय देकर महिला की डिलीवरी delivery कराई। अब जच्चा बच्चा दोनों ही सुरक्षित हैं। हुआ यूृं कि शनिवार की सुबह एम्स aiims के गायनेकोलॉजी विभाग में एक 30 वर्षीय गर्भवती महिला को भर्ती कराया गया था। लेकिन जिस समय उसे लेबर पेन शुरू हुआ उस वक्त एम्स aiims के सारे स्टाफ में अफरातफरी मची हुई थी।
कर्मचारी मरीजों को शिफ्ट करने के लिए एक वार्ड से दूसरे वार्ड के चक्कर काट रहे थे। इसी बीच गर्भवती महिला को भी डिलीवरी delivery के लिए एम्स के डॉ. राजेंद्र प्रसाद सेंटर फॉर ऑप्थाल्मिक साइंस में शिफ्ट किया गया। रात करीब 9:30 बजे जब दमकलकर्मी आग बुझाने में जुटे हुए थे, तभी महिला ने एक बच्ची girl को सकुशल जन्म दिया। गौरतलब है कि शनिवार को एम्स के पीसी ब्लॉक में आग लगी थी। इसे बुझाने के लिए 34 दमकलकर्मियों को लगाया गया था। आग से पीसी ब्लॉक की पहली, दूसरी व तीसरी मंजिल काफी क्षतिग्रस्त हो गई।