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3 लोकसभा क्षेत्रों, 30 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना में सत्तारूढ़ दल की बढ़त बरकरार

The ruling party's lead remains in the counting of votes for the by-elections in 3 Lok Sabha constituencies, 30 assembly seats.

By-Election 2021

नई दिल्ली। By-Election 2021 : मध्यप्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल में उपचुनाव की मतगणना जारी है। अब तक मिले रुझान के अनुसार चुनावी राज्यों में सत्तारूढ़ दल ने बढ़त बरकरार रखा है। देश के 3 लोकसभा क्षेत्रों, 30 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव हुए थे। आज मतगणना हो रही है। जिला प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मतगणना केंद्रों पर पर्याप्त बल तैनात किया है। मतगणना केंद्रों की ओर जाने वाले लोगों की गहन तलाशी ली जा रही है।

आंध्र प्रदेश की बडवेल, असम की गोसाईगांव, भबानीपुर, तामुलपुर, मरियानी, थोवरा, बिहार की कुशेश्वर और तारापुर,हरियाणा की ऐलानाबाद, हिमाचल प्रेश में फतेहपुर और आर्की, जुब्बाई कोटखाई, कर्नाटक की सिंडगी और हांगल, मध्य प्रदेश के तीन सीटों में पृथ्वीपुर, रायगांव, जोबाट, महाराष्ट्र में डेगलुर, मेघालय की तीन सीटों मावरिंगनेंग,मॉव्फलांग और राजाबाला, राजस्थान की वल्लभगढ़, धारियावाड, पश्चिम बंगाल की दिनहाटा, सांतीपुर, खरदाहा और गोसाबा सीट पर विधानसभा के लिए उपचुनाव कराए गए हैं। वहीं लोकसभा के उपचुनाव में दादरा व नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश की मंडी और मध्य प्रदेश की खंडवा शामिल है।

मध्य्प्रदेश में भाजपा की बढ़त

मध्यप्रदेश की बात करें तो सभी चार सीटों- तीन विधानसभा और एक लोकसभा (By-Election 2021) पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा आगे चल रही है। केवल रैगांव विधनसभा में कांग्रेस बढ़त बनाये हुए है। पृथ्वीपुर विधनसभा से भाजपा के शिशुपाल यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंदी नितेन्द्र सिंह राठौर से आगे चल रहे हैं। रैगांव विधनसभा से भाजपा प्रत्याशी प्रतिभा बागरी कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा से पीछे चल रही हैं। जोबट विधनसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार सुलोचना रावत कांग्रेस के महेश पटेल से आगे चल रही हैं। वहीं खंडवा लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल ने कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह को शुरू से ही पीछे ही रखा है।

कर्नाटक उपचुनाव में भाजपा कहीं पीछे कहीं आगे

सत्तारूढ़ भाजपा कर्नाटक के प्रतिष्ठित हनागल विधानसभा क्षेत्र में मतगणना में विपक्षी कांग्रेस से पीछे चल रही है, जबकि सिंदगी में मतपत्रों की स्पष्ट बढ़त बनाए हुए है। हनागल में कांग्रेस उम्मीदवार श्रीनिवास माने को 40,785 वोट मिले, जबकि भाजपा के शिवराज सज्जनर को 36,066 वोट मिले। जद (एस) की शकीला अंगड़ी को महज 432 वोट ही मिले। यहां निर्दलीय प्रत्याशी नजीर जद (एस) प्रत्याशी को पछाड़कर 455 वोट से आगे हैं। हनागल निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भाजपा के दिवंगत मंत्री सी.एम. उदासी करते थे। यहां का परिणाम मुख्यमंत्री बोम्मई के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनका गृहनगर है।

असम की सभी 5 विधानसभा सीटों पर भाजपा, सहयोगी दल आगे

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसकी सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) असम की सभी पांच विधानसभा सीटों पर आगे चल रही है। चुनाव अधिकारियों के अनुसार भाजपा के फणीधर तालुकदार, सुशांत बोरगोहेन और रूपज्योति कुर्मी क्रमश: भवानीपुर, थौरा और मरियानी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और निर्दलीय प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ आगे चल रहे हैं। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट और निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ भाजपा के सहयोगी यूपीपीएल उम्मीदवार जिरोन बसुमतारी और जोलेन डेमरी क्रमश: गोसाईगांव और तामुलपुर सीटों पर आगे चल रहे हैं।

बिहार के कुशेश्वर में जद (यू) आगे, तारापुर से राजद को बढ़त

बिहार में उपचुनाव (By-Election 2021) में मतों की गिनती जारी है। जदयू कुशेश्वर स्थान में आगे है, तो राजद के उम्मीदवार तारापुर में आगे चल रहे हैं।जद (यू) के अमन हजारी कुशेश्वर अस्थान में 21,707 वोटों मिले हैं, जबकि राजद के गणेश भारती को 16,340 वोट मिले हैं। कांग्रेस और लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवारों को क्रमश: 1,830 और 2,232 वोट मिले हैं। तारापुर में जदयू के राजीव सिंह का सीधा मुकाबला राजद प्रत्याशी अरुण साव से है। वहीं कुशेश्वर अस्थान में जदयू के अमन हजारी राजद के गणेश भारती को चुनौती दे रहे हैं।

पश्चिम बंगाल में शुरूआती रुझानों में तृणमूल चारों सीटों पर आगे

तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रही है। शुरूआती रुझानों से यह जानकारी मिली। सुबह आठ बजे से शुरू हुई तीन दौर की मतगणना के बाद तृणमूल उम्मीदवार उदयन गुहा अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अशोक मंडल से 29,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में गुहा, को भाजपा के निशित अधिकारी के खिलाफ खड़ा किया गया था। वह 57 मतों के अंतर से हार गए थे। हालांकि अधिकारी ने चुनाव जीता, उन्होंने सांसद के रूप में बने रहने का फैसला किया और इसलिए विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया।

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