पूर्णिया। भले ही आजकल ज्यादातर युवा प्रेम विवाह को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन देश के कई हिस्सों में परिवार अभी भी प्यार के खिलाफ हैं। उस स्थिति में, कौन या क्या, इसके बारे में सोचे बिना, प्रेमी भागकर जीवन शुरू करने का साहस करते हैं। तो उनके परिवार वालों को समाज में दुव्र्यवहार का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला बिहार के पूर्णिया जिले से सामने आया। प्रेमी के साथ भागी युवती का उसके परिवार ने सीधे उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
घटना पूर्णिया के बनमनखी इलाके के बहोरा गांव की है। प्रियंका कुमारी के पिता और भाई ने उनकी जिंदा तस्वीर के साथ शव यात्रा निकाली और घर के पास एक खेत में उनका अंतिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि वह तिथि के अनुसार ही उनका श्राद्ध करेंगे। उसके भाई ने कहा, ‘बहन ने सारी हदें पार कर दीं। अब वह हमारे लिए मर चुकी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 जून को दोपहर करीब 12 बजे प्रियंका कुमारी कॉलेज से रिजल्ट लेने की बात कहकर घर से निकली। शाम तक जब वह घर नहीं आई तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। हर जगह तलाश करने के बाद पता चला कि वह चंपानगर बाजार के रहने वाले मनोज कामती के बेटे नीरज कुमार के साथ भाग गयी है। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई और पुलिस ने दोनों की खोजबीन शुरू कर दी।
लड़की को घर नहीं आते देख प्रियंका कुमारी के परिजनों ने मंगलवार को घर के पास ही खेत में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस समय उसके पिता किशोर सिंह और चाचा आमोद कुमार सिंह ने कहा, ‘हमने लड़की को बहुत लाड़-प्यार से पाला है। उसने बिना कुछ सोचे समझे ऐसा कर दिया कि हमारे लिए कुछ भी नहीं छोड़ा।
आगे की पढ़ाई के लिए भी पूरे परिवार ने उसका सहयोग किया। लेकिन उसने हम सबको समाज में अपमानित किया। अब उसके अंतिम संस्कार के कारण कम से कम अन्य लड़कियां ऐसा कदम उठाने से पहले अपने परिवार के बारे में सोचेंगी। इस बीच प्रियंका कुमारी ने जिस युवक से शादी करने का फैसला किया था, उसके सारे सपने मिट्टी में मिल गये।