अब यह बात दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ हो गई है कि आतंकिस्तान ठन-ठन गोपालीस्तान बन चुका है। इस खैरातीस्तान को अब कहीं से कोई खैरात नहीं मिलेगी। जाहिर है वहां के लोगों का जीना जो पहले से मुहाल है अब और मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में जबकि इस नंगीस्तान के सामने नंगा नहाए क्या और निचोड़े क्या वाली स्थिति निर्मित हो जाएगी तो वह क्या खाकर भारत से जंग लड़ेगा? अब तो पाक अधिकृत कश्मीर भी उसके हाथ से निकलना तय है। यदि उसे कश्मीर इतना ही प्यारा है तो बेहतर होगा कि वह आतंकिस्तान का नाम कश्मीरीस्तान कर ले।