Team India : अस्ट्रेलिया में हो रहे टी-२० वल्र्ड कप में टीम इंडिया ने शानदान प्रदर्शन बरकरार रखा है। उसने न सिर्फ ग्रुप में बल्कि दोनों ही ग्रुपों में सबसे ज्यादा आठ अंक हासिल कर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दी है। भारतीय टीम चैमिपयन की तरह खेली है और उसे सिर्फ दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा है। यद्यपि हमारे सलामी बल्लेबाजों राहित शर्मा और केएल राहुल ने उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन मध्यक्रम ने शानदार बल्लेबाजी की। खासतौर पर विराट कोहली ने और सूर्य कुमार यादव ने हर मैच में धुंआधार बल्लेबाजी कर अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिक निभाई।
सूर्य कुार यादव ने तो हर मैचच में लाजवाब बल्लेबाजी (Team India) कर न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता बल्कि टी-२० के बल्लेबाजों में उन्होने दुनिया के सभी बल्लेबाजों को पीछे छोड़कर पहला स्थान प्राप्त कर लिया। सूर्य कुमार यादव के इस लाजवाब प्रदर्शन को देखते हुए अब यह सवाल उठ रहे है कि विलक्षण प्रतिभा के धनी इस बल्लेबाज को इतनी देर से टीम इंडिया में क्यों जगह दी गई। बहरहाल देर आयद दुरूस्त आयद। सूर्य कुमार यादव ने विश्व के सभी नामी गिरामी गेंदबाजों की बखिया उधेड़कर रख दी। इसी तरह अर्शदीप सिंह और भुवनेश्वर कुमार ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
अर्शदीप सिंह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए है। हमारे अन्य खिलाडिय़ों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। अब भारतीय टीम वल्र्ड कप से सिर्फ दो कदम दूर है। सेमी फायनल में भारत का मुकाबला इंग्लैड से होगा और उसके बाद न्यूजीलैण्ड और पाकिस्तान में से जी भी टीम जीतेगी उससे भारत का मुकाबला होगा। जिस तरह से अभी तक टीम इंडिया का प्रदर्शन रहा है उसे देखते हुए भारत को विश्वकप का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। सेमीफायनल और फायनल में विराट कोहली और सूर्य कुमार यादव का बल्ला इसी तरह चला तो भारत का कल्र्ड कप पर कब्जा तय है।
क्साल 2007 में पहली बार टीम इंडिया का टी20 वल्र्ड कप में इंग्लैंड से सामना हुआ था. इस मैच में भारत के विस्फोटक बल्लेबाज युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड की एक ओवर में 6 छक्के लगाए थे. इस यादगार औऱ ऐतिहासिक मैच में भारत ने इंग्लैंड को 18 रनों से मात दी थी. साल 2009 में इंग्लैंड औऱ भारत के बीच टी20 वल्र्ड कप में दूसरी बार मुकाबला खेला गया. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला काफी रोमांचक हुआ था।
हालांकि इस मुकाबले में भी भारतीय (Team India) टीम का पलड़ा भारी रहा और टीम ने यह मुकाबला 3 रनों से अपने नाम किया. क्साल 2012 में इंग्लैंड और भारतीय टीम के बीच तीसरा मुकाबला हुआ. इस मैच में इंग्लैंड ने साल 2009 टी20 विश्व हार का बदला लिया और इस मुकाबले को एकतरफा तरीके से 90 रनों से जीत हासिल की।