बीजापुर/नवप्रदेश। Teacher Suspension Breaking : नक्सल प्रभावित बीजापुर जिला में शिक्षा के मंदिर में शराब के नशे में धुत्त शिक्षक ने दो छात्रों को बुरी तरह से पीट दिया। घटना की जानकारी के बाद नाराज परिजनों ने जब इस घटना की शिकायत कर विरोध जताया गया। तब आनन फानन में डीईओं ने शराबी शिक्षक को निलंबित कर दिया हैं, वही ऐसे ही एक दूसरे मामले में आज महीनों बाद भी शराबी शिक्षक पर कार्रवाई नही हो सकी हैं, जिसे लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश हैं।
शिक्षक कमलेश कुमार अक्सर नशे में पहुंचते हैं स्कूल
गौरतलब हैं कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Teacher Suspension Breaking) देने की दिशा में प्रदेश सराकर लगातार प्रयासरत हैं। लेकिन शराबी शिक्षक सरकार की इन सारी मंशाओं पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला बीजापुर के तोयनार प्राथमिक शाला का हैं। यहां पदस्थ शिक्षक कमलेश कुमार अक्सर शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा था। बताया जा रहा हैं कि 18 नवंबर को भी शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंचा था। यहां उसने बिना किसी कारण 5 वीं कक्षा में पढ़ने वाले दो छात्रों की बेरहमी से पिटाई कर दी। घटना की जानकारी के बाद बच्चों के परिजन और संस्था के प्रधान पाठक ने इस बात की की जानकारी बीईओं को दी।
बच्चों का मेडिकल परीक्षण डीईओ के समक्ष किया पेश
परिजनों की नाराजगी के कारण बीईओं ने उसी दिन घटना की जांच करने के साथ ही बच्चों का मेडिकल जांच कराकर रिपोर्ट डीईओं के समक्ष पेश किया गया। जिसके बाद डीईओं ने शराबी शिक्षक कमलेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया हैं। आपको बता दे कि इसी तरह का एक अन्य मामला बीजापुर जिला के मिंगाचल मिडिल स्कूल से सामने आया था। यहां पदस्थ शिक्षक शेखर देवांगन भी अक्सर शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा था। इस दौरान शराबी शिक्षक स्कूल में शोरगुल कर रहे बच्चों के साथ गाली गलौच कर 11 साल की एक छात्रा की बेरहमी से पिटाई कर दी थी।
पीड़ित छात्रा के चेहरे और शरीर में आई गंभीर चोट
घटना के बाद पीड़ित छात्रा के चेहरे और शरीर (Teacher Suspension Breaking) में गंभीर चोट भी आई थी। परिजनों ने मेडिकल रिपोर्ट के साथ नैमेड थाने में शिक्षक के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी थी। लेकिन अब तक दोषी शिक्षक पर ना तो पुलिस ने कोई एक्श्न लिया गया, और ना ही शिक्षा विभाग ने शराबी शिक्षक पर कार्रवाई कर रहा हैं। पीड़ित परिवार की माने तो उन्हे केस वापस लेने के लिए लालच देकर दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन वे बच्चीं के साथ हुए घटना पर कानूनी कार्रवाई चाहते हैं। इस पूरे मामले पर जब बीजापुर डीईओं से जानकारी चाही गयी, तो उन्होने एक महीने पहले ही जिले में पोस्टिंग लेने की जानकारी दी। डीईओं ने बताया कि घटना उनकी पदस्थापना से पहले का हैं, उस मामले में भी जांच करारक दोषी शिक्षक पर जल्द से जल्द एक्शन लिया जायेगा।