Site icon Navpradesh

TDP, जेडीयू ने बढ़ाई BJP की टेंशन, अब क्या चाहती है जेडीएस? खुद HD कुमारस्वामी ने कहा-

TDP, JDU increased BJP's tension, now what does JDS want says HD Kumaraswamy nda meeting in delhi pm modi bjp

HD Kumaraswamy

-अब जेडीएस ने भी इसमें अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी

नई दिल्ली। HD Kumaraswamy: देशभर में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बहुमत हासिल कर लिया है। हालांकि इस बार बीजेपी की अन्य सहयोगी पार्टियों पर निर्भरता बढ़ गई है। क्योंकि इस बार बीजेपी को अपने दम पर बहुमत (272) से दूर रहना पड़ा। दरअसल 2014 के बाद पहली बार बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है।

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं छिड़ गई हैं। चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से कुछ प्रमुख मंत्रालय मांगे जाने की उम्मीद है। अब ‘जेडीएस’ ने भी इसमें अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी है।

ये है जेडीएस की भूमिका?

जेडीएस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) ने कहा हम नरेंद्र मोदी के साथ हैं। मेरे अलावा पूरे देश को पीएम मोदी से काफी उम्मीदें हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की बैठक के लिए एचडी कुमारस्वामी दिल्ली पहुंच गए हैं। इस समय गठबंधन में शामिल विभिन्न दल तरह-तरह की मांग कर रहे हैं। आपका इसके बारे में क्या सोचना है? पूछे जाने पर कुमारस्वामी ने कहा कोई मांग नहीं है, देश स्थिर सरकार चाहता है।

दरअसल, एनडीए के पास 293 सांसद हैं। यह आंकड़ा 543 सदस्यीय लोकसभा के लिए जरूरी 272 से ज्यादा है। अकेले बीजेपी के पास 240 सीटें हैं। साथ ही एनडीए में टीडीपी के पास 16 और जेडीयू के पास 12 सीटें हैं। जो बहुत जरूरी हैं। इसके अलावा जेडीएस के 2 सांसद और कुछ अन्य हैं।

क्या है टीडीपी की मांग?

मीडिया में सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक टीडीपी ने 6 मंत्रालयों की मांग की है। वे 5 पर भी राजी होने को तैयार हैं। इसके अलावा वह लोकसभा स्पीकर पद भी चाहते हैं।

जदयू क्या चाहता है?

जेडीयू के एक नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि पार्टी तीन मंत्रालय चाहती है। सूत्रों के हवाले से बताया है कि इसके अलावा नीतीश कुमार रेलवे, ग्रामीण विकास और कृषि जैसे बड़े मंत्रालयों की भी मांग कर सकते हैं।

Exit mobile version