-मी-टू-कैंपेन को छह साल बीत चुके हैं क्या इसका उद्योग जगत पर कोई सकारात्मक प्रभाव पड़ा है?
Tanushree Dutta: एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता कुछ साल पहले मी टू कैंपेन के चलते सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने नाना पाटेकर पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। उन्होंने फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ में साथ काम किया था। मीटू मूवमेंट से बॉलीवुड इंडस्ट्री हिल गई थी। मी टू अभियान के फिर से सुर्खियों में आने का कारण यह है कि हेमा कमेटी की रिपोर्ट में मलयालम सिने इंडस्ट्री में कई अभिनेत्रियों और अभिनेताओं ने यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाए हैं। इसी बीच तनुश्री दत्ता ने हाल ही में इस मौके पर एक इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने खुलासा किया कि उनके पास छह साल से कोई नौकरी नहीं है।
मी टू कैंपेन को छह साल बीत चुके हैं। क्या इसका उद्योग जगत पर कोई सकारात्मक प्रभाव पड़ा है? इस बारे में तनुश्री (Tanushree Dutta) ने एक इंटरव्यू में कहा कोई नतीजा नहीं निकला। उल्टे मी टू केस की वजह से मुझे काम मिलना बंद हो गया। मीटू के आरोपियों ने मुझसे काम के लिए संपर्क किया। लेकिन मैंने उनका ऑफर ठुकरा दिया। क्योंकि मैं गलत संदेश नहीं देना चाहती। आपको नतीजों के लिए थोड़ा त्याग करना होगा। मुझे 2018 में एक फिल्म की पेशकश की गई थी। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं। लेकिन उनके निर्देशक पर मीटू का आरोप लगा।
उन्होंने आगे कहा अब सोचिए कि हारा कौन है। वह मैं हूं। क्योंकि मैंने लंबे समय से फिल्मों में काम नहीं किया है। अब मैं सिर्फ इवेंट और ब्रांड एंडोर्समेंट कर रही हूं। मैं किसी फिल्म आधारित फिल्म में मुख्य भूमिका निभाना चाहती हूं। महिला सशक्तिकरण पर। लेकिन मीटू (Tanushree Dutta) के समय मैंने वह ऑफर भी ठुकरा दिया। कुछ सालों बाद ऐसा ही हुआ, मैंने कुछ अच्छे प्रोजेक्ट साइन किए थे लेकिन मुझे जानबूझकर निशाना बनाया गया और मुझे बहुत नुकसान हुआ। मी टू कैंपेन के दौरान नाना पाटेकर, साजिद खान, आलोक नाथ समेत कुछ कलाकारों पर आरोप लगे थे। कुछ सालों तक इंडस्ट्री मी टू के आरोपों से हिल गई थी। लेकिन बाद में ये मामला शांत हो गया।