Taliye Landslide: तलिये त्रासदी में जीवित बचे दादा ने एक भयावह अनुभव सुनाया
रायगढ़। Taliye Landslide: महाड़ तालुका के तलिये गांव में मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 40 से अधिक ग्रामीणों की मौत हो गयी है। राहत के प्रयास जारी हैं और मरने वालों की संख्या बढऩे की आशंका है। इसी बीच तलिये गांव में एक हादसे में बाल-बाल बचे एक बुजुर्ग दादा ने हादसे का भयावह अनुभव बताया। दादा जी ने बताया कि जैसे ही गांव वाले अपने घरों को छोडऩे के लिए एक साथ आए। अचानक मिट्टी का टीला नीचे आ गया और सभी उसमें दब गए।
हादसे में बाल-बाल बचे दादा बबन सकपाल (Taliye Landslide) ने बताया कि हादसा शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ। जब यह दर्दनाक घटना हुई उसके बाद शोर शराबा शुरू हो गया है तो हम घर से बाहर निकले। लेकिन जैसे ही हम घर से निकल रहे थे। ऊपर से मिट्टी का एक टीला आया और आसपास के घर टीले के नीचे दब गए। वहाँ कुछ नहीं बचा है। हमारे नए घर के पीछे हमारा पुराना घर भी इस हादसे में ढह गया।
गांव के लोग सतर्क थे क्योंकि उन्हें लगा कि पहाड़ टूट जाएगा और गांव दब जाएगा। सभी लोग सुरक्षित निकलने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन उसी समय अचानक ऊपर से कीचड़ आ गया और सभी दब गए। सौभाग्य से हम उस दिशा में गए बिना दूसरे रास्ते चले गए जहां लोग इके हुए थे इसलिए हम बच निकले। लेकिन वहां इके हुए सभी लोगों को दफन हो गए। कोई नहीं बचा।
हमारे घर में हम तीन लोग रहते हैं। हम तीनों बच गए। लेकिन पत्थर घर पर गिर गया है। घर में कुछ नहीं बचा है। घर का अनाज भीगा हुआ है। ठहरने की जगह नहीं। अब मैं अपने परिवार और चार मवेशियों के साथ जंगल में रह रहा हूं।