Taliban capture : जी हां, अब तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। उन्होंने देश पर अपना शरिया कानून भी लागू किया है। अब अफगानिस्तान में महिलाओं की जिंदगी बद से बदतर होती जाएगी। महिलाएं अब बिना बुर्के के बाहर नहीं जा सकेंगी और न ही उन्हें कोई कारोबार करने की आजादी होगी।
कई कारोबारी महिलाएं जिनके पास पार्लर या कॉस्मेटिक (Taliban capture) की दुकानें थीं, बंद कर दी गईं। यह तालिबान है। तालिबान यह कहने के लिए बोल रहा है कि वह लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन यह सिर्फ कहने की बात है। अगर ऐसा होता तो काबुल एयरपोर्ट पर हजारों लोगों की भीड़ नहीं होती। यह तस्वीर इस बात का प्रमाण है कि तालिबान पर आम जनता का विश्वास नहीं है।
दूसरी ओर काबुल पर तालिबान के कब्जे से पहले ही सरकारी सेना अपना-अपना इंतेजाम कर वहां से भाग खड़ी हुई। आलम यह था कि उन्हें अपने हथियार भी साथ ले जाने में डर लग रहा था कि कहीं तालिबानी लड़ाके हथियारों की वजह से उनकी पहचान न कर लें। वहीं तालिबान के जवान जगह-जगह मनमानी करते दिखे। कहीं खाली जिम में घुसकर एक्सरसाइज करने लगे तो कहीं एम्यूजमेंट पार्क में मस्ती करते नजर आए।
जिम में जा घूसे तालिबान लड़ाके
आज तीन दिन से तालिबानी लड़ाके (Taliban capture) की मनमर्जी विभिन्न माध्यमों के द्वारा देखा जा रहा है। अब उनकी नई करतुत सामने आई, जिसमें तालिबानी लड़ाके काबुल के जिम में घुसे और मस्ती करते नजर आए। जिम तो वैसे ही खाली पड़ा था, वे लोग अंदर गए और जिसके सामने जो सामान आया, उस पर ही हाथ आजमाना शुरू कर दिया। जिम में तालिबानी लड़ाकों ने कसरत की। मशीन पर ही वर्जिश भी किया।
तालिबानियों ने बच्चों के पार्क पर किया कब्जा
ये तालिबानी लड़ाकों (Taliban capture) की दहशत नहीं तो और क्या कहेंगे। वे अपनी हरकतों से लोगों को मेसेज पहुंचाना चाह रहा है कि हमसे डर कर रहो, भले ही ऊपर बोले हम आम लोगों को कोई नुकसान नहीं करेंगे। दरअसल, तालिबानी लड़ाके एम्यूजमेंट पार्क में जा पहुंचे। अब डर का आलम यह था कि किसी ने इन्हें रोकने- टोकने की हिम्मत नहीं की। बच्चों की कार पर तालिबानी लड़ाके सवार होकर मस्ती करते नजर आए। डरे सहमे लोग सिर्फ तालिबानी सैनिकों को देखते रहे।
हथियार छोड़कर भागे सरकारी सैनिक
काबुल एयरपोर्ट पर तैनात सरकारी सैनिक अपने हथियार छोड़कर भाग खड़े हुए। किसी ने एक गोली तक चलाने की हिम्मत नहीं जुटाई। भारी मात्रा में असलहा तालिबानी लड़ाकों के हाथ लग गया। बताया जा रहा है कि सरकारी सेना के जवान किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से भाग गए।
एयरपोर्ट पर 10 लोगों की हुई मौत
काबुल (Taliban capture) एयरपोर्ट पर पूरे दिन अफरा-तफरी का महौल रहा। वहां का प्रत्येक व्यक्ति सिर्फ अपनी जान सही सलामत लेकर दूर चले जाना चाह रहा था। यहीं कारण है कि लोग अपने परिवार के साथ पहुंचे तो थे लगेज लेकर लेकिन जैसे ही प्लाइट आई वे अपना लगेज को वहीं छोड़ कैसे भी करके स्वयं को महफूस इस शहर से निकल जाने की होड़ थी। भारी संख्या में ऐसे लोग पहुंच गए जिनके पास न तो पासपोर्ट था और न ही वीजा। हालात बेकाबू होते नजर आए। भीड़ को काबू में करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को गोलियां भी चलानी पड़ीं। कुल 10 लोगों के मौत की खबर है। सात की मौत गोली लगने से हुई, जबकि तीन ने हवाई जहाज से गिरकर दम तोड़ दिया। जो एक अमेरिकी एयर फोर्स के विमान के लैंडिंग गियर पर सवार होकर देश छोडऩे की कोशिश कर रहे थे।