Site icon Navpradesh

Suspended BJP Leader : निष्कासित उपाध्याक्ष ‘झंडे’ पर बैठकर किया मुंडन…

Suspended BJP Leader: The expelled Vice-President did his shaving while sitting on the 'flag'.

Suspended BJP Leader

कार्यकर्ताओं सड़क पर उतरकर किया प्रदर्शन, गिरफ्तारी की मांग

बालोद/नवप्रदेश। Suspended BJP Leader : बालोद में भाजपा से निष्कासित दल्लीराजहरा नगर पालिका उपाध्यक्ष और पार्षद संतोष देवांगन इस समय काफी चर्चा में हैं। उनके चर्चा का कारण यह नहीं है कि उन्होंने पार्टी के विरोध के रूप में मुंडन किया, बल्कि उन्होंने भाजपा पार्टी को मृत कहकर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दिया, और यह सब उन्होंने बीजेपी के ‘लोगो यानी कमल फूल वाले झंडे के ऊपर खड़े होकर किया है। अब इस मुद्दे को लेकर कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

भाजपा को मृत मानकर शोक सभा का आयोजन

भाजपा से निकाले जाने के बाद संतोष देवांगन (Suspended BJP Leader) समर्थकों के साथ पुराना बाजार के वीर नारायण सिंह चौक पर पहुंचे और खुद का मुंडन करा दिया। इस दौरान भाजपा को मृत मानकर शोकसभा भी की और दो मिनट का मौन भी रखा। खास बात यह है कि संतोष देवांगन को भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते अब निष्कासित किया है, लेकिन उन्होंने एक साल पहले ही आम आदमी पार्टी (आप) ज्वाइन कर ली थी। अभी वे आप के जिला उपाध्यक्ष भी हैं।

कार्यकर्ताओं ने पुलिस से लगाई गुहार

भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे का सरेआम अपमान करने पर इसकी शिकायत पुलिस में की है। इससे पहले कार्यकर्ताओं ने संतोष देवांगन के खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा मंडल महामंत्री भूपेंदर सिंह छतवाल ने एसपी को बताया कि संतोष देवांगन को 9 जुलाई को अधिकृत रूप से निष्कासित कर दिया है। बावजूद इसके उन्होंने भाजपा के झंडे का अपमान किया। उनको गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।

कांग्रेस के पक्ष में मतदान के लिए हटाया गया

भाजपा ने वार्ड 10 से पार्षद व नगरपालिका उपाध्यक्ष संतोष देवांगन, (Suspended BJP Leader) वार्ड-26 से पार्षद टी ज्योति और वार्ड-19 से पार्षद मोईनुद्दीन खान को पार्टी से निकाल दिया था। तीनों पार्षदों पर साल 2020 में नगरपालिका अध्यक्ष चुनाव के दौरान पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ कांग्रेस के पक्ष में मतदान का आरोप था। प्रदेश भाजपा संगठन मंत्री पवन साय ने नोटिस भेजा, जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की गई। वहीं संतोष देवांगन का कहना है कि नोटिस का जवाब दिया था।

Exit mobile version