अंबिकापुर/नवप्रदेश। Surguja Division : इन दिनों सरगुजा व मनेन्द्रगढ़-चारमिरी-भरतपुर जिले के वन क्षेत्र के आसपास बसे कुछ गांवों में ठंड के कारण नहीं बल्कि जंगली जानवरों के भय से शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है। दरअसल इस वनपरिक्षेत्र में 40 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। वे लगातार किसानों की फसलों और मकानों को नुकसान पहुंचा रहे है। अब जिले में तेंदुए की दहशत ने लोगों को परेशान कर रखा है।
कुंवारपुर में एक महिला को बनाया शिकार
दरअसल, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले (Surguja Division) के कुंवारपुर गांव में तेंदुए ने एक महिला को शिकार बनाया है। इस इलाके में सालों बाद तेंदुए ने ग्रामीण को शिकार बनाया है। मृतका की पहचान फुलझरिया के रूप में हुई है, जो गधौरा गांव की रहने वाली थी। वन विभाग के रेंजर रामसागर गुप्ता के अनुसार ये तितौली के बुधौरा जंगल की घटना है। महिला देर शाम जंगल से गांव लौट रही थी तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। इससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। बाद में गांव वाले और महिला के परिजन ने उसकी तलाश की तो जंगल में महिला का क्षत विक्षत शव मिला। वन विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि तेंदुआ संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से यहां आ पहुंचा है। जहां घटना हुई है वह क्षेत्र संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान और गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है।
वन विभाग ने ग्रामीणों को अलर्ट रहने को कहा
वन विभाग ने वनक्षेत्र से लगे गांवों में कर्मचारियों को भेजकर ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा है। वन विभाग ने लोगों को जंगल की ओर जाने से मना किया है। इसके साथ ही गांव में भी अलर्ट रहने को कहा गया है। तेंदुआ अगर इस इलाके में है तो वह गांव में आकर मवेशियों का शिकार कर सकता है, इसलिए रात में मशाल जलाकर रखने की सलाह भी दी गई है। फिलहाल, मृत महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने की तैयारी की जा रही रही है।
सीतापुर में हाथियों के झुंड ने फसल की बर्बाद
इधर सरगुजा जिले के सीतापुर इलाके (Surguja Division) में सप्ताहभर से 40 सदस्यीय हाथियों के दल ने जंगल में डेरा जमाया हुआ है जो शाम होते ही गांव की ओर रुख कर जाते हैं और गांवों में घुसकर धान, गन्ना और आलू की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा हाथियों ने कुछ ग्रामीणों के मकान को भी तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया है। वन विभाग की टीम रेंजर विजय कुमार तिवारी के नेतृत्व में हाथियों की गतिविधियों पर नजर बनाकर निगरानी कर रही है। जिस ओर हाथी बढ़ रहे हैं, उस इलाके के लोगों को पहले से सतर्क कर दिया जा रहा है। वहीं हाथियों से ग्रामीणों को हुए नुकसान का आंकलन कर मुआवजा प्रकरण वन विभाग द्वारा तैयार किया जा रहा है।