अमरावती/नवप्रदेश। अंधश्रद्धा (superstition) आज भी लोगों के मन मस्तिष्क पर हावी है- खासकर आदिवासी इलाकों में। अंद्धश्रद्धा (superstition) के सामने आया ताजा मामला दिल को झकझोर कर देने वाला है। महज 26 दिन की नवजात बच्ची (newborn baby) के पेट को कथित बाबा (occulist) ने गर्म लोहे (hot iron) से दागा (burn)।
इस घटना में बच्ची (newborn baby) जख्मी हो गई, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। ये घटना महाराष्ट्र के अमरावती जिले के आदिवासी इलाके मेलघाट (melghata) के बारुगव्हाण गांव की है। दरअसल 26 दिन की नवजात बच्ची के पेट में तकलीफ हो रही थी।
उसका पेट फूल गया था। बच्ची के मां-पिता उसे अंधश्रद्धावश एक कथित बाबा (occulist) के पास लेकर गए। बाबा ने बच्ची को ठीक करने का दावा करते उसके पेट को गर्म लोहे (hot iron) से दाग (burn) दिया। इस घटना से लोगों के मन में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि शासन को ऐसे कथित बाबाओं पर कार्रवाई करनी चाहिए।
पहले भी सामने या चुके ऐसे ही मामले
इससे पहले अमरावती जिले के चिखलदरा तहसील के बोरधा गांव में एक एक आठ माह के बच्चे का पेट फूलने पर भी एक कथित बाबा ने उसके पेट को गर्म लोहे से दागा था। इस प्रक्रिया को डंबा कहा जाता है। इस घटना में 8 माह का श्याम जख्मी हुआ था, जिस बाद में प्रशासन की टीम को अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहीं एक अन्य घटना में एक ऐसे ही बाबा के चक्कर में आने से एक गर्भवती महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। और अब मेलघाट (melghat) में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है।