सुकमा/नवप्रदेश। सुकमा (sukma encounter) जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के कसालपाड़ और मिनपा इलाके में शनिवार को हुई पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में 17 जवान शहीद (17 jawan martyred) हो गए हैं। ये जवान डीआरजी और एसटीएफ के हैं। बता दें कि सुकमा (sukma encounter) के कसालपाड़ और मिनपा इलाके में शनिवार को नक्सलियों ने एम्बुश लगाकर पुलिस पार्टी पर बड़ा हमला किया था। इस दौरान जंगलो में घंटों मुठभेड़ भी चली। इस दौरान एसटीएफ और डीआरजी के 17 जवान शहीद (17 jawan martyred) हो गए। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ के बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सभी शहीद जवानों के शव बरामद कर लिए हैं। डी. रविशंकर एसपी, एसआईडी ने 17 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है।
जवानों को नक्सली लीडरों के जमावड़े का पता चला था
दरअसल मिनपा और कसालपाड़ के जंगलो में बड़े नक्सली लीडरों के जमावड़े की खबर जवानों को थी। जिसके लिए सीआरपीएफ, कोबरा,एसटीएफ और डीआरजी के जवानों ने बड़ा नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन पर निकले थे। जवानों ने 3 तरफ से घेराबन्दी की थी। मगर डीआरजी व एसटीएफ जवानों की एक टुकड़ी उल्टा ही नक्सलियों के एम्बुश में फंस गई। शनिवार दोपहर से चली मुठभेड़ हुई रुक रुककर दो तीन बार हुई। यहाँ तक कि रेस्क्यू पार्टी को भी नक्सलियों ने देर शाम निशाना बनाया।
अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे नक्सली
सूत्रों की अगर माने तो जवानों का मुकाबला नक्सलियों की बटालियन-1 के हार्डकोर नक्सलियों से हुआ है। जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। जिनको नक्सली लीडर हिड़मा लीड कर रहा था। शहीद जवानों में डीआरजी (डिस्ट्रिक रिगार्ड बल) के जवानों की संख्या अधिक बताई जा रही है। एम्बुश में जवानों को नक्सलियों ने आसानी से ट्रैप किया था।
हथियार भी लूट ले गए नक्सली
घटना में मुठभेड़ स्थल से नक्सली इंसास, एलएमजी, एके 47, मोटार जैसे बड़े हथियारों को और गोला बारूद भी लूट ले गए है। (छाया प्रतीकात्मक)