Stomach Pain: दो चम्मच नींबू का रस, एक अदरख चम्मच का रस और थोड़ी-सी शक्कर मिलाकर पीने से हर प्रकार का पेट का दर्द दूर होता है।
Stomach Pain: तीन ग्राम इमली की कोमल पत्तियों को सिल पर पीसकर उसमें एक ग्राम सेंधा नमक मिलाकर पीने से पेट दर्द से छुटकारा मिलता है।
Stomach Pain: हींग, सुंघनी या काला नमक डालकर गर्म किया हुआ तेल पेट पर मलने या सेंक करने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
मूली के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से भोजन के बाद पेट में होने वाला दर्द या गैस मिटती है।
एक ग्राम सेंधा नमक और दो अजमोद का चूर्ण खाने से पेट की पीड़ा तत्काल शांत हो जाती है।
पथरी रोग
पथरी रोग का उपचार
नीम के पत्तों की राख ठंडे पानी से तीन बार नित्य फांके। कुछ ही दिनों में गुर्दे और मूत्राशय की पत्थरी निकल जाएगी।
नीम के पत्तों की राख बनाने की विधि- नीम के पत्तों को छाया में संजीवनी घरेल उपचार सुखाकर बर्तन में जलाएं, जल जाने पर बर्तन का मुंह ढक दें। चार घंटे बाद पत्तियों को निकालकर पीस लें। नीम की राख तैयार है।
आंवले का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पत्थरी में लाभ होता है।
अखरोट को साबुत कूटकर (छिलके और गिरी सहित) एक चम्मच सुबह-शाम लेने से (ठंडे पानी के साथ) पत्थरी ठीक हो जाती है।
सेब का रस पीते रहने से पत्थरी बनना बन्द हो जाती हैं तथा पत्थरी गलकर मूत्र द्वारा बाहर आ जाती है।
30 मिली. चुकन्दर का रस दिन में चार बार पीने से पत्थरी गल जाती है।
गुर्दे की पत्थरी से मुक्ति पाने के लिए काजू को दूध के साथ पीसकर उस द्रव्य को दिन में तीन-चार बार सेवन करें, अवश्य लाभ होगा।
जामुन की गुठली का चूर्ण दही के साथ खाने से पत्थरी आसानी से गल जाती है।
सूखे आंवले को पीसकर उसे मूली पर लगाएं और चबा-चबाकर खाएं ।
यदि सवेरे खाली पेट ही यह प्रयोग करें, तो शीघ्र पत्थरी बाहर निकल आएगी।
नारियल का पानी पीते रहने से पत्थरी के दर्द से राहत मिलती है
तीन-चार बादाम को चबा-चबाकर खाने से एक महीने में ही पत्थरी से आराम मिलता है।
यदि दर्द ज्यादा होता हो अथवा पेशाब में अवरोध हो, तो रात को बादाम भिगोकर सुबह गुलाब के ताजे फूलों के साथ पीसकर ठंडे दूध के साथ सेवन करें।
आम के ताजे पत्ते छाया में सुखाकर बारीक पीस लें और 6 ग्राम नित्य बासी पानी के साथ प्रातः खाएं।