रायपुर/नवप्रदेश। EE Dismissed : फर्जी जाति प्रमाण-पत्र मामले में राज्य शासन ने आज बड़ी कार्रवाई की है। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता राकेश कुमार वर्मा को बर्खास्त किया गया है।
लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में पदस्थ कार्यपालन अभियंता राकेश कुमार वर्मा का जाती परमं पत्र फर्जी पाए जाने के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। वर्मा के जाती प्रमाण पत्र की जाँच करीब 12 साल तक चली। जांच में उनका जाती प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। इसके बाद कार्यपालन अभियंता राकेश कुमार वर्मा को बर्खास्त (EE Dismissed) करने का आदेश सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया है। लोक निर्माण विभाग में अभी और करीब एक दर्जन से ज़्यादा अभियंताओं के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में जाँच जारी है।
आपको बता दें कि विभाग को राकेश कुमार वर्मा (EE Dismissed) के खिलाफ वर्ष 2008 में जाति प्रमाण पत्र सर्विस बुक में फर्जी दर्ज कराने की शिकायत मिली थी। कार्रवाई किये जाने के बाद वर्मा कोर्ट पहुंचे थे,जिसके कारण विभागीफ़्य कार्रवाई लंबित थी। पिछले दिनों जाती प्रमाण पत्र के लिए नियुक्त उच्च स्तरीय छानबीन समिति ने कार्यपालन अभियंता वर्मा की अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र को फर्जी पाया। इस रिपोर्ट के बाद लोक निर्माण विभाग ने कार्यपालन अभियंता वर्मा को बर्खास्त करने की कार्रवाई की।
बताया जा रहा है कि अनुसूचित जनजाति कर्मचारी संगठन अब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर कार्रवाई का मन बनाया है। पिछले दिनों आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में उनसे जांच की बात कही थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को सख्त आदेश देकर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करने कहा था।