देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न इस बार किसी को नहीं दिया जाएगा। बुधवार को हुई चयन समिति की बैठक में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए भारतीय पुरुष हाकी टीम के उपकप्तान हार्दिक सिंह, वनडे विश्व कप विजेता टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना के नाम की सिफारिश की गई थी, लेकिन अंत में किसी के नाम पर सहमति नहीं बनी। इस फैसले को (Sports Awards 2025) में बेहद चर्चित माना जा रहा है।
शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख और डेकाथलीट तेजस्विन शंकर समेत 24 खिलाड़ियों के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए सुझाए गए हैं। मिडफील्डर हार्दिक टोक्यो ओलिंपिक 2021 और पेरिस ओलिंपिक 2024 में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। इस साल एशिया कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम में भी वह शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि खेल मंत्रालय से औपचारिक मान्यता मिलने के पांच साल बाद पहली बार योगासन खिलाड़ी आरती पाल का नाम भी अर्जुन पुरस्कार के लिए दिया गया है। आरती राष्ट्रीय और एशियाई चैंपियन हैं।
चयन समिति ने बुधवार को हुई बैठक में अर्जुन पुरस्कार के लिए 21 अन्य नाम तय किए हैं। समिति में भारतीय ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष गगन नारंग, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी अपर्णा पोपट और पूर्व हाकी खिलाड़ी एम एम सोमाया शामिल थे। उन्नीस वर्ष की दिव्या देशमुख विश्व कप जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं। शतरंज खिलाड़ी विदित गुजराती और तेजस्विन शंकर के नाम की भी अनुशंसा की गई, जिन्होंने एशियाई खेल 2023 में रजत पदक जीता और इस साल एशियाई चैंपियनशिप में भी दूसरे स्थान पर रहे।
दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता राइफल निशानेबाज मेहुली घोष, जिम्नास्ट प्रणति नायक और भारत की नंबर एक महिला बैडमिंटन जोड़ी त्रिसा जाली व गायत्री गोपीचंद के नाम की भी सिफारिश की गई है। इस सूची में कोई क्रिकेटर शामिल नहीं है। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस पुरस्कार पाने वाले आखिरी क्रिकेटर थे, जिन्हें 2023 में सम्मान मिला था।
देश के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न के साथ प्रशस्ति पत्र, पदक और 25 लाख रुपये मिलते हैं, जबकि अर्जुन पुरस्कार के साथ 15 लाख रुपये दिए जाते हैं। पिछले साल चार खिलाड़ियों—विश्व चैंपियन शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश, पुरुष हाकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह, पैरा एथलीट प्रवीण कुमार और निशानेबाज मनु भाकर को खेल रत्न से नवाजा गया था। इस बार (Sports Awards 2025) में किसी क्रिकेटर का चयन नहीं होना चर्चा का विषय बन गया है।

