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Video – SPANDAN : अपने नाम के अनुरूप ही काम…DGP ने महसूस किया और दी राहत!

SPANDAN : Worked as per its name...DGP felt and relieved!

SPANDAN

डीएम अवस्थी वीडियो कॉल के जरिए सुनी पुलिसकर्मियों व परिजनों की समस्याएं

रायपुर/नवप्रदेश। SPANDAN : छत्तीसगढ़ पुलिस में ‘स्पंदन’ अपने नाम के अनुरूप ही काम कर रही है। पुलिस के इस अभियान ‘स्पंदन’, समर्पण और संवेदना ने न सिर्फ जवानों और फोर्स का मनोबल बढ़ाया, बल्कि खाकी की छवि में सकारात्मक बदलाव भी किया है। इसका उदाहरण यह मामला है, जिसमें डीजीपी ने सभी की ‘स्पंदन’ महसूस कर सभी को राहत देने का प्रयास किया।

बस्तर में पदस्थ निरीक्षक खुद ही बोले

कोरोना से मेरे घर में तीन लोगों की मृत्यु हो गयी है। मेरे पिता, पत्नी और बहन की हाल ही में कोरोना से जान चली गयी। रायपुर में दो छोटे-छोटे बच्चे अकेले रह रहे हैं। उनकी देखरेख के लिये कोई नहीं है। मैं बस्तर में पदस्थ हूं। इस परिस्तिथि में बच्चों की देखभाल में बहुत परेशानी हो रही है। ये कहते हुये बस्तर में पदस्थ निरीक्षक सुरेंद्र कुमार बघेल की आंखे भर आईं।

यह दृश्य कोई फिल्म नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों द्वारा चलाया जाने वाला कार्यक्रम ‘स्पंदन’ है। जहां खुद DGP डीएम अवस्थी ने उनकी बात सुनकर तत्काल तबादला करने का आदेश जारी किया।

ज्ञात हो कि सीएम भूपेश बघेल की मंशानुसार पुलिसकर्मी एवं उनके परिजनों में तनाव कम करने के लिए प्रत्येक गुरुवार को ‘स्पंदन’ के नाम से कार्यक्रम होता है। इसमें पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों ने डीजीपी डीएम अवस्थी वीडियो कॉलिंग के जरिए वे सभी अपनी-अपनी समस्यायें रखीं।

किसी की किडनी ट्रांसप्लांट तो किसी की हुई ओपन हार्ट सर्जरी…

हरवंश को मुंह का कैंसर बोलने में असर्मथ…बेटी ने सुनाया दिल का हाल

आरक्षक हरवंश यादव (SPANDAN) जब अपनी बात रखने के लिये कैमरे के सामने आये तो अपनी समस्या बता भी नहीं पा रहे थे। कारण उन्हें मुंह का कैंसर है। तकलीफ और दर्द इतना कि बात भी नहीं कर सकें। हरवंश यादव से जब नहीं बोला गया तो उनकी दस साल की बेटी ने कैमरे पर आकर पिता की समस्या से डीजीपी को रूबरू कराया। बेटी ने बताया कि उनके पिता रामानुजगंज में पदस्थ हैं। यदि उनका कांकेर स्थानांतरण कर दिया जाये तो परिवार उनकी देखभाल कर पायेगा।

प्रीतिका के पति की हुई ओपन हार्ट सर्जरी… दूर से कैसे संभाले

मैनपाट से प्रीतिका एक्का ने बताया कि उनके पति की हार्ट अटैक के बाद ओपन हार्ट सर्जरी हुई है। वे सुकमा में पदस्थ हैं। मैनपाट स्थानांतरण होने से वे उनकी अच्छे से देखभाल कर पाएंगी।

टोपेंद्र की दोनों किडनी फेल…ट्रांसप्लांट भी सफल नहीं

आरक्षक टोपेंद्र कुमार साहू ने कहा कि उनकी दोनों किडनी फेल हैं। पिता की एक किडनी उन्हें ट्रांसप्लांट की गयी लेकिन वह सफल नहीं हुई। इस वजह से उनकी तबियत बेहद नाजुक रहती है। वे बेहतर देखभाल के लिए दूसरी बटालियन संकरी से घर के नजदीक प्रथम बटालियन भिलाई स्थानांतरण चाहते हैं।

एएसआई रघुवर सिंह राजपूत ने बताया कि वे 26 साल से बस्तर में पदस्थ हैं, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। सुकमा से मुंगेली स्थानांतरण चाहते हैं।

यह सब सुनकर डीजीपी डीएम अवस्थी (SPANDAN) ने सोचा कि सभी स्वास्थ्य कारणों से ट्रांसफर चाहते हैं, इसलिए इन सभी मामलों में बोर्ड की सिफारिश पर तुरंत ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिए गए।

https://youtu.be/eLbGL9GqYXE
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