कोलकाता/नवप्रदेश। Sourav Ganguly : पश्चिम बंगाल सरकार ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला किया है। ममता बनर्जी सरकार गांगुली को अब Z श्रेणी की सुरक्षा देगी। नए सुरक्षा इंतजाम के तहत पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष की सुरक्षा में आठ से 10 पुलिसकर्मी रहेंगे। वाई श्रेणी सुरक्षा कवर के तहत गांगुली की सुरक्षा में तीन पुलिसकर्मी लगे थे। इतनी ही संख्या में सुरक्षाकर्मी उनके बेहला स्थित आवास की रखवाली करते थे।
क्यों बढ़ी गांगुली की सुरक्षा?
पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष को पहले ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा (Sourav Ganguly) मिली हुई थी। इसकी अवधि समाप्त होने के बाद मंगलवार (16 मई) को सरकार ने गांगुली की सुरक्षा को अपग्रेड करने का फैसला किया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई से बंगाल सरकार ने एक अधिकारी ने बताया, ”वीवीआईपी की सुरक्षा खत्म होने के बाद प्रोटोकॉल के मुताबिक समीक्षा की गई। उसके बाद गांगुली की सुरक्षा को जेड श्रेणी तक बढ़ाने का फैसला किया गया।”
गांगुली के कार्यालय पहुंचे अधिकारी
मंगलवार को राज्य सचिवालय के प्रतिनिधि गांगुली के बेहला कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार और स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारी ने कहा, “गांगुली फिलहाल अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ यात्रा कर रहे हैं और 21 मई को कोलकाता लौटेंगे। उसी दिन से उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलनी शुरू हो जाएगी।”
बंगाल में किसे कौन सी सुरक्षा?
पश्चिम बंगाल में राज्यपाल सीवी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस (Sourav Ganguly) के सांसद और राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी को जेड प्लस सुरक्षा मिलती है। फिरहाद हकीम और मोलॉय घटक जैसे मंत्रियों को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है। भाजपा के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को सीआईएसएफ सुरक्षा के साथ जेड प्लस सुरक्षा भी मिलती है।