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किसी को होगा प्यार, तो कोई कहलायेगा बीमार!

Someone will be in love, someone else will be called sick!

Someone will be in love, someone else will be called sick!

मुंबई। Someone will be in love, someone else will be called sick! : एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन’ और ‘भाबीजी घर पर हैं’ के आने वाले एपिसोड्स में दर्शकों को हंसी का डबल डोज़ मिलेगी, जहां किरदार मजेदार हालातों में उलझते नजर जाएंगे। ‘हप्पू की उलटन पलटन’ की आगामी कहानी के बारे में बताते हुए दरोगा हप्पू सिंह यानी योगेश त्रिपाठी ने कहा, “राजेश (गीतांजलि मिश्रा) और हप्पू अपनी बेटी मलाइका (सोनल पंवार) की शादी को लेकर परेशान हैं।

दोनों चाहते हैं कि वो या तो खुद लड़का ढूंढ ले या फिर उन्हें ये जिम्मेदारी दे दे। इसी दौरान मलाइका रास्ते में एक लड़के की मदद करती है, जो उसी वक्त उस पर फिदा हो जाता है। मलाइका को भी वो लड़का ठीक लगता है और दोनों के बीच बातचीत शुरू हो जाती है। जब शादी की बात दोबारा उठती है, मलाइका घरवालों को उस लड़के के बारे में बताती है। लड़के का परिवार हप्पू के घर आता है और सबको लड़का पसंद भी आ जाता है।

लेकिन फिर आता है ट्विस्ट-लड़के के पिता शादी के लिए तीन अजीब शर्तें रखते हैंः पहला- हप्पू को रस्सी पर चलना होगा, दूसरा- एक रात श्मशान में बितानी होगी, और तीसरा-सबके लिए चाय बनानी होगी। अपनी जुगाड़ू स्टाइल में हप्पू पहली दो चुनौतियाँ तो जैसे-तैसे पूरी कर लेता है, लेकिन तीसरी में, जब वो शॉर्टकट अपनाता है, तो लड़के के पिता उसे रंगे हाथ पकड़ लेते हैं और ईमानदारी पर लंबा-चौड़ा भाषण देते हैं।

ये सब देख मलाइका दुखी हो जाती है और सोचती है कि उसकी वजह से सबको ये सब झेलना पड़ रहा है। वो इमोशनल होकर रिश्ता तोड़ने का फैसला कर लेती है। अब देखना ये है कि क्या हप्पू और राजेश उसके फैसले को सपोर्ट करेंगे?‘‘

एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की आगे की कहानी के बारे में बताते हुये मनमोहन तिवारी यानी रोहिताश्व गौड कहते हैं, “अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) हाल ही में साइकोलॉजी का कोर्स पूरा करती है और अब किसी ऐसे इंसान की तलाश में है जिस पर वह अपने थेरेपी स्किल्स आज़मा सके। इसी बीच तिवारी (रोहिताश्व गौड़) एक होटल में क्लाइंट से मिलने जाते हैं, जहां कुर्सी से निकली एक कील उन्हें चुभ जाती है। दर्द में होने के बावजूद तिवारी मीटिंग जारी रखते हैं और चेहरे पर एक्सप्रेशन बदलते रहते हैं। पास ही बैठे एक फिल्म डायरेक्टर उनकी ये एक्टिंग देखकर इंप्रेस हो जाते हैं और उन्हें एक ट्रैजेडी रोल के लिए अपनी फिल्म का लीड एक्टर बना लेते हैं।

डायरेक्टर की डिमांड पर तिवारी पूरे समय अपने किरदार में रहने लगते हैं-एक दुखी और हारा हुआ इंसान। तिवारी का ये बदला-बदला अंदाज देखकर अंगूरी (शुभांगी अत्रे) परेशान हो जाती हैं और उसे लगता है कि तिवारी बिजनेस में किसी बड़े नुकसान के चलते डिप्रेशन में है। वह अम्मा जी (सोमा राठौड़) को बुलाकर मदद मांगती है। दोनों को डर लगने लगता है कि तिवारी के दिमाग में कहीं खुदकुशी का ख्याल ना आ जाए।

उधर, अनीता को लगता है कि तिवारी उसकी थेरेपी प्रैक्टिस के लिए परफेक्ट सब्जेक्ट है और वो उसकी काउंसलिंग शुरू कर देती हैं। लेकिन तिवारी अपने रोल में इतना डूब जाता है कि थेरेपी का कोई असर नहीं होता। एक रात तिवारी अचानक उठकर एक इमोशनल सीन की रिहर्सल करने लगता है, जिसे देखकर अंगूरी घबरा जाती हैं और मान लेती है कि तिवारी कुछ बड़ा कदम उठाने वाला है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अनीता की थेरेपी तिवारी को फिल्मी किरदार से बाहर निकाल पाएगी, या फिर यह ड्रामा और भी मज़ेदार मोड़ लेगा?

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