कोरोना वैक्सीन ने लोगों के शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाला
नई दिल्ली। Side effects of corona vaccine: करीब चार साल पहले कोरोना वायरस भारत समेत पूरी दुनिया में फैल गया था। उस समय कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण किया गया था। लेकिन कुछ लोगों द्वारा दावा किया गया कि कोरोना से बचाव के लिए दी जा रही वैक्सीन से शरीर में काफी साइड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं।
इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी। इस बीच चीफ जस्टिस ने इस याचिका पर सुनवाई से इनकार करने पर याचिकाकर्ताओं को फटकार लगाई है और कहा है कि ऐसी याचिकाएं सिर्फ सनसनी पैदा करने के लिए दायर की जाती हैं। मुख्य न्यायाधीश डी. ने कहा यदि टीकाकरण नहीं कराया गया होता तो क्या दुष्प्रभाव होते, इस पर भी विचार किया जाना चाहिए। वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने इस याचिका को खारिज करते हुए कहा।
कोरोना वैक्सीन ने लोगों के शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इसलिए प्रिया मिश्रा और आलोक मिश्रा की ओर से याचिका दायर कर सुप्रीम कोर्ट से इस टीकाकरण (Side effects of corona vaccine) की जांच कराने की मांग की गई थी। न्यायमूर्ति डी. वाई चंद्रचूड़ की बेंच ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस याचिका पर नाराजगी जताई और इस पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी याचिकाएं सिर्फ सनसनी पैदा करती हैं। यदि कोई टीका विकसित नहीं हुआ होता तो क्या होता? मुख्य न्यायाधीश की पीठ ने याचिका को अनावश्यक बताते हुए खारिज कर दिया।