नई दिल्ली, नवप्रदेश। दिल्ली के छतरपुर में हुए श्रद्धा वॉकर मर्डर केस की हर तरफ चर्चा है। आफताब के सोशल मीडिया अकाउंट्स देखने से पता चलता है कि वो खुद को एक प्रगतिशील लड़के के तौर पर पेश करता था। इसमें फेमिनिस्ट की बातें, LGBTQIA+ हकों का ‘समर्थन’ करता था।
पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा विकास वॉकर (26 साल) और आफताब पूनावाला (28 साल) की मुलाकात साल 2019 में एक डेटिंग ऐप के जरिए हुई थी। उस समय ये दोनों मुंबई में अपने परिवार के साथ रहते थे।
आरोप है कि डेटिंग ऐप पर दोस्ती होने के बाद आफताब ने श्रद्धा से कई बड़े-बड़े वादे किए और ये कहा कि अगर उसके परिवार को उन दोनों का रिश्ता मंजूर नहीं है तो वो उसके लिए अपना घर छोड़ने को भी तैयार है और दोनों मुंबई से दूर किसी दूसरे शहर में चले जाएंगे।
इसके बाद जब इस लड़की ने अपने परिवार को आफताब के बारे में बताया तो उन्होंने इस रिश्ते का जबरदस्त विरोध किया। लेकिन श्रद्धा तब भी नहीं मानी और वो आफताब के साथ दिल्ली आ गई।
बड़ी बात ये है कि इससे पहले ये लड़की मुंबई के एक कॉल सेंटर में काम करती थी। जबकि ये लड़का पेशे से एक Chef था और सोशल मीडिया पर ये खुद को Food Blogger बताता था।
पुलिस का कहना है कि आफताब और श्रद्धा इसी साल अप्रैल में दिल्ली से कहीं बाहर घूमने गए थे। लेकिन इसके बाद जब वो वापस लौटे तो दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ और इस झगड़े के दौरान 18 मई को आफताब ने श्रद्धा की गला घोंट कर हत्या कर दी।
फिलहाल, इस हत्या को लेकर अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। ऐसा भी शक जताया जा रहा है कि लव जिहाद भी इसके पीछे एक कारण हो सकता है।
लेकिन पुलिस ने कहा है कि लड़की शादी करने के लिए लड़के पर दबाव बना रही थी, इसलिए उसने झगड़े में गला घोंट कर हत्या कर दी और घटना के बाद जो आफताब ने किया, उस पर शायद ही किसी को यकीन होगा।