मुंबई/नवप्रदेश। शिवसेना (shivsena) ने रविवार को स्पष्ट कर दिया कि वह महाराष्ट्र में कांग्रेस (congress) व एनसीपी (ncp) के साथ मिलकर (with the support of) सरकार बना (form government) लेगी।
पार्टी (shivsena) ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि यदि भाजपा ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के वादे पर सहमत नहीं होती है तो वह कांगे्रेस (congress) व एनसीपी (ncp) के साथ मिलकर (with the support of) सरकार बना लेगी (form government)। पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा ने उसे अपने साथ नहीं लिया तो वह सरकार बनाने का दावा करने पर बहुमत सिद्ध नहीं कर पाएगी। गौरतलब है भाजपा-शिवसेना के गठबंधन (महायुति) को महाराष्ट्र में स्पष्ट बहुमत मिला है।
नतीजों के दिन से चल रही ही रस्साकसी
लेकिन नतीजों के दिन से ही दोनों में सरकार बनाने को लेकर रस्साकसी चल रही है। शिवसेना ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के साथ ही मंत्रिमंडल में विभागों के बराबर-बराबर बंटवारे की मांग पर अड़ी है। वहीं भाजपा ने भी जिद पकड़ रखी है कि मुख्यमंत्री पांच साल के लिए उसके नेता व मौजूदा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे।
शिवसेना ने ऐसे चेताया भाजपा को
- हमारे पास होगा 170 का आंकड़ा
शिवसेना (shivsena) ने अपने मुखपत्र में कहा है, ‘भाजपा के बहुमत सिद्ध कर पाने विफल होने के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना सरकार गठन (form government) का दावा पेश करेगी। और हमारे पास कांग्रेस (congress) व राकांपा (ncp) की मदद से (with the support of) 170 का आंकड़ा होगा।’
- वाजपेयी की तरह चलानी होगी सरकार
शिवसेना ने यह भी कहा कि अलग विचारधारा होने के कारण उसे, एनसीपी व कांग्रेस को सरकार चलाने के लिए समन्वित रूप से रणनीति पर काम करना होगा। ठीक उसी प्रकार जिस तरह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयाी ने दिल्ली में सरकार चलाई थी। सबको इसी तरह से आगे बढऩा होगा। इसीमें महाराष्ट्र का भला होगा।
- हमसे गठबंधन किया इसलिए भाजपा को 105 सीटें
शिवसेना के मुताबिक भाजपा यदि चुनाव पूर्व उससे गठबंधन नहीं करती तो उसे 105 सीटें भी हासिल नहीं होती। गौरतलब है कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार का कार्यकाल 8 नवंबर को खत्म हो रहा है। वहीं नतीजों की बात करें तो 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के खाते में 105 व शिवसेना को 56 सीटें आई हैं।