नई दिल्ली, नवप्रदेश। वरिष्ठ पत्रकार शिशिर सोनी को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित मिथिला महोत्सव- 6 और मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल -3 में देश की पत्रकारिता में गत तीन दशकों से सतत् एवम उल्लेखनीय योगदान के लिए विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया। देश के इतिहास में मिथिला और मैथिली भाषा का अपना एक अलग महत्व है।
इस अवसर पर विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मैथिली को रोजी- रोटी की भाषा बनाने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक और बिहार विधान परिषद सदस्य संजय मयूख तथा दिल्ली विधानसभा के विधायक संजीव झा के साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव प्रणव झा ने कहा कि मैथिली
भारत की पुरातन भाषाओं में शामिल है। यह संविधान की आठवीं अनुसूची में भी शामिल है। इसे रोजी रोटी की भाषा बनाने के लिए वह अपना समस्त योगदान दे।
दिल्ली के आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्य प्रवक्ता और विधायक संजीव झा ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के प्राथमिक विद्यालय से लेकर दिल्ली सरकार के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में मैथिली भाषा की पढ़ाई एक विषय के रूप में हो, इसके लिए वह अपनी ओर से सभी प्रयास करेंगे।
अगर मैथिली के शिक्षक को तत्काल आधार पर नियुक्त करना होगा तो इसके लिए मैथिली भोजपुरी अकादमी की ओर से विद्यालयों में मैथिली के शिक्षक भी भेजे जाएंगे,
लेकिन इस कार्य के लिए जनता की सहभागिता भी जरूरी है। इस अवसर पर कांग्रेस नेता संजीव सिंह और मैथिली भोजपुरी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज पाठक भी उपस्थित थे।
‘ हवाई जहाज के दरभंगा पहुंचने से मिथिला के विकास में कितने पंख लगे’ और ‘ प्रवासी मैथिल राजनीतिक रूप से समृद्ध क्यों नहीं ‘ इन विषयों पर गहन विमर्श हुआ। वरिष्ठ पत्रकार मदन झा, प्रतिभा ज्योति, विनीता ठाकुर, आलोक कुमार, हेमेंद्र मिश्र , नरेंद्र नाथ, उदय मिश्र, गीताश्री, बीएन झा, विनोद मिश्र और उमाशंकर सिंह ने अपने विचार रखे।
एनडीटीवी के उमाशंकर सिंह ने कहा कि मैथिली एक भाषा नहीं विचार है। साहित्यकार, कहानीकार और पत्रकार गीताश्री ने कहा कि मैथिली को जाति- भाषा- वर्ग में बांटने की जगह एक समग्रता के रूप में अपनाने की जरूरत है। नवभारत टाइम्स के राजनीतिक संपादक नरेंद्र नाथ ने कहा कि इन दिनों परिवर्तन को ऐसे युवा लाने का कार्य कर रहे हैं, जिनकी चर्चा कभी नहीं होती थी।
टाइम्स नाउ की प्रतिभा ज्योति, पत्रकार विनिता ठाकुर और मदन झा ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के शुरू होने से मिथिला और समस्त उत्तर बिहार का विकास हो रहा है। वरिष्ठ पत्रकार आलोक कुमार ने कहा कि इसे उड़ान योजना से निकालकर नियमित एयरपोर्ट बनाने की जरूरत है। जिससे यहां कई विमान कंपनियां अपनी सेवा दे पाए। जिससे टिकट के दाम में भी कमी आए।
मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल के उपरांत शाम को मिथिला महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बिहार विधान परिषद के सदस्य संजय मयूख, सचिव कांग्रेस प्रणव झा , संजीव सिंह, एशियन एज के ब्यूरो चीफ संजय बसाक , प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया के महासचिव विनय कुमार ने दीप प्रज्वलित कर इसकी विधिवत शुरुआत की। मोहन झा ने बांसुरी वादन से लोगों का मन मोहा।
कार्यक्रम का आयोजन मैथिल पत्रकार ग्रुप ने प्रेस एसोसिएशन, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और ओखला प्रेस क्लब के सहयोग से किया था। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार और एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर मनोरंजन भारती, पीटीआई के नेशनल एडिटर वरुण झा, ओखला प्रेस क्लब के चेयरमैन और वरिष्ठ पत्रकार मुन्ने भारती,
एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार मनोरंजन भारती ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत से आने वाली पीढ़ी को परिचित कराने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता रहना चाहिए। इस कार्यक्रम का संयोजन रोशन झा, बृजेंद्र नाथ, सुभाष चंद्र, मदन झा, विपिन बादल, अजीत झा ने किया था.