Sharad Pawar surprised everyone: राजनीति में न उम्र की सीमा होती है न जन्मों का बंधन होता है। भले ही पैर कब्र में क्यों न लटके हो नेता कुर्सी से फेविकोल लगाकर चिपके रहते हैं।
ऐसे में यदि कोई बुजुर्ग नेता राजनीति से संन्यास लेने की बात करता है तो हैरत होती है। महाराष्ट्र की राजनीति की धुरी कहे जाने वाले वयोवृद्ध नेता शरद पवार ने चुनावी राजनीति से किनारा करने के संकेत देकर सबको हतप्रभ कर दिया है।
ऐन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान शरद पवार की इस घोषणा के सियासी नफा नुकसान पर माथापच्ची करने की जगह इसका स्वागत होना चाहिए।