पेगासस स्पाइवेयर से राहुल गांधी की जासूसी पर भड़की कांग्रेस, 22 जुलाई को राजभवन तक पैदल मार्च
रायपुर/नवप्रदेश। Shameful : पेगासस स्पाइवेयर से जासूसी का मामला अब छत्तीसगढ़ के सियासी हलकों में गूंज रहा है। दरअसल राहुल गांधी का नाम जासूसी होने वालों की लिस्ट में आते ही कांग्रेस भड़क गई थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बकायदा इस पर बुधवार को राजीव भवन में प्रेस वार्ता कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी का नाम बदल कर भारतीय जासूसी पार्टी रख देना चाहिए। उन्होंने जानकारी दी कि कांग्रेस गुरुवार को प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन से राजभवन तक पैदल मार्च करेगी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग की जाएगी।
संविधान की शपथ पर हमला Shameful
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा, मोदी सरकार (Shameful) किसी के भी मोबाइल के अंदर नाजायज तौर से ये इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस डाल सकती है। इससे ज्यादा शर्मनाक काम किसी सरकार ने नहीं किया होगा। अब हम सभी की बहु-बेटियों की कंफिडेंशल बात इजरायली सॉफ्टवेयर के जरिए सुन सकता है। इसके सबूत चुनाव आयुक्त अशोक लवासा जिनकी जासूसी की गई है। ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने स्वयं देश के संविधान पर हमला बोल रखा हो। कानून के शासन पर हमला बोल रखा हो। मौलिक अधिकारों पर हमला बोल रखा हो और संविधान की शपथ जो सरकार ने ली थी, उस पर भी हमला बोल रखा हो।
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस करने की मांग
संसदीय सचिव और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने जासूसी कांड के बाद राहुल गांधी (Shameful) की जान को खतरा बताया है। कहा, रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि राहुल गांधी के दोनों नंबर को 2018 से 2019 के बीच पेगासस जासूसी लिस्ट में शामिल किया गया था। यह बहुत ही गंभीर मामला है और यही वो समय था जब मोदी सरकार ने गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटा दिया था। मेरा मानना है कि इस जासूसी से राहुल गांधी की जान को भी खतरा हो सकता है। मोदी सरकार गांधी परिवार को तत्काल एसपीजी सुरक्षा मुहैया कराए।