जून-जुलाई में 21 राज्यों के 70 ज़िलों में आयोजित किया सर्वे
नई दिल्ली/नवप्रदेश । Sero Survey : देश में हर कोई कोरोना से जूझ रहा है। जाने-अनजाने ये कभी न कभी कोरोना संक्रमण के संपर्क में आते रहे हैं। इस बात की पुष्टि इस रिपोर्ट से हो रही है। दरअसल, देश में किए गए सीरोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट कह रही है कि 67.6 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये बात इसलिए हो रही है क्योंकि इतनी फीसदी लोगों में कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है। इसका मतलब है कि इतने फीसदी लोग पहले कोरोना संक्रमण के चपेट में आ चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि देश में कराए गए सीरो सर्वे में 67.7 फीसदी लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। यह सर्वे जून-जुलाई में 21 राज्यों के 70 ज़िलों में आयोजित किया गया है।
28,975 लोगों पर किए गए इस सर्वे (Sero Survey) में 6 से 17 साल के बच्चों को भी शामिल किया गया था। सर्वे में शामिल 67.6 फीसद लोगों में कोरोना एंटीबॉडी (Covid Antibody) मिली है यानी ये कोरोना संक्रमित हो चुके थे। ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सीरो सर्वे में 6-17 वर्ष की आयु के बच्चे शामिल थे। 6-9 वर्ष आयु वर्ग के लोगों में यह 57.2 फीसद था; 10-17 वर्षों में, यह 61.6 फीसद था; 18-44 वर्षों में, यह 66.7 फीसद था। 45-60 वर्षों में यह 77.6 फीसद था।
कोरोना के खिलाफ कारगर है वैक्सीन
सीरो सर्वे (Sero Survey) में शामिल 12,607 लोग ऐसे थे, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली थी। 5,038 ऐसे थे जिन्हें एक खुराक लगी थी और 2,631 को दोनों खुराक लग चुकी थी। सर्वे में सामने आया कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले 89.8 फीसद में एंटीबॉडी पाई गई। वहीं, एक डोज लेने वाले 81 फीसद में एंटीबॉडी मिली, जबकि, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली थी, ऐसे 62.3 फीसद लोगों में ही एंटीबॉडी मिली। ऐस में ऐसा माना जा सकता है कि वैक्सीन लेने के बाद एंटीबॉडी बन रही है।
सीरो सर्वे (Sero Survey) में ये आया सामने
- – शहरी इलाकों में रहने वाले 69.6 फीसद और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 66.7 फीसद में एंटीबॉडी थी।
- – 6 से 9 साल के 57.2 फीसद और 10 से 17 साल के 61.6 फीसद बच्चों में कोरोना की एंटीबॉडी मिली।
- – 18 से 44 साल के 66.7 फीसद, 45 से 60 साल के 77.6 फीसद और 60 साल से ऊपर के 76.7 फीसद में एंटीबॉडी मिली।
- – सर्वे में शामिल 69.2 फीसद महिलाओं और 65.8 फीसद पुरुषों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी मिली।