Vasundhara Samman : 14 अगस्त को मुख्यमंत्री के हाथों होंगे सम्मानित
रायपुर/नवप्रदेश। Vasundhara Samman : साहित्य और पत्रकारिता में रचनात्मक भूमिका निभा रहे वरिष्ठ पत्रकार सतीश जायसवाल को वसुन्धरा सम्मान से नवाजा जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार,14 अगस्त को ये सम्मान सतीश जायसवाल को देंगे।
वसुंधरा सम्मान लोकजागरण की मासिक पत्रिका”वसुंधरा”के द्वारा प्रदान किया जाता है। महात्मा गांधी की परिकल्पना के विनम्र ग्राम सेवक कीर्तिशेष देवीप्रसाद चौबे की स्मृति मे स्थापित वसुंधरा सम्मान का निरंतर 21वां वर्ष है।
लोकजागरण के लिए प्रदत्त वसुंधरा सम्मान इस वर्ष सतीश जायसवाल को साहित्य और पत्रकारिता की सांझी परम्परा में प्रदीर्घ और रचनात्मक योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा।
CM भूपेश करेंगे सम्मानित
सतीश जायसवाल को स्व.देवीप्रसाद चौबे की 45 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 14 अगस्त 2021 को रायपुर में आयोजित एक संक्षिप्त आत्मीय समारोह में वसुन्धरा सम्मान (Vasundhara Samman) से सम्मानित किया जाएगा। यह निर्णय मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रुचिर गर्ग की अध्यक्षता मे गठित आयोजन समिति के अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव, आयोजन समिति के सचिव मुमताज, निर्णायक समिति के सदस्य समीर दीवान, सहित सदस्यों ई.वी मुरली, विनोद मिश्र एवं डा.रक्षा सिंह की सात सदस्यीय समिति के द्वारा लिया गया है।
चार दशकों से अधिक समय पत्रकारिता के क्षेत्र में
उल्लेखनीय है कि 17 जून 1942 को जन्मे बिलासपुर में निवासी सतीश जायसवाल (Vasundhara Samman) विगत साढ़े चार दशकों से साहित्य और पत्रकारिता में सृजनरत हैं। साहित्य,संस्कृति और पत्रकारिता के आपसी रिश्तों को पोषित करने की दिशा में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। कहानी,संस्मरण और यात्रा वृतांत की अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी रचनाएं ज्ञानोदय, दिनमान, धर्मयुग, सारिका, साप्ताहिक हिंदुस्तान, रविवार, वागर्थ, समकालीन भारतीय साहित्य, हंस, जैसी देश की सभी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं । कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकों का संपादन भी उन्होंने किया है। वे चार वर्षों तक पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजन पीठ के अध्यक्ष रह चुके हैं । छत्तीसगढ़ विधानसभा की त्रैमासिक शोध पत्रिका विधायन के वे कार्यकारी संपादक भी रहे हैं।
सतीश जायसवाल ने महत्वपूर्ण साहित्यिक लेखन के साथ-साथ दिनमान, धर्मयुग, जनसत्ता, प्रेसट्रस्ट आफ इंडिया और छत्तीसगढ़ के अनेक समाचार पत्रों के लिये पत्रकारिता भी की है।
पहले भी मिला ये पुरस्कार
इससे पहले सतीश जायसवाल को वनमाली कथा सम्मान तथा द स्टेट्समैन अवार्ड फार रुरल रिपोर्टिंग के लिए पूर्व में सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें 1994 में महानदी घाटी के लोक चित्रांकन के जरिए छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की पहचान पर केंद्रित रिपोर्ट के लिए दिया गया था।