भोपाल/नवप्रदेश। सिंधिया (scindia) को हराने वाले भाजपा सांसद केपी यादव (bjp mp kp yadav) का जाति प्रमण पत्र (caste certificate) निरस्त (quash) हो गया है। यानी अब उन्हें पिछड़ा वर्ग आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकेगा। मुंगावली एसडीएम बीबी श्रीवास्तव ने मुंगावली विधायक बृजेंद्र की शिकायत पर यह कार्रवाई की है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंधिया (scindia) को हराने वाले भाजपा सांसद यादव (bjp mp kp yadav) के साथ ही उनके पुत्र सार्थक का नॉन क्रीमीलेयर जाति प्रमाण-पत्र (caste certificate) निरस्त (quash) कर दिया गया है। यादव के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई थी कि वर्ष 2014 में यादव ने अपने बेटे को ओबीसी आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए वार्षिक आय क्रीमी लेयर आठ लाख रुपए से कम बताई गई थी।
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जांच में यह गलत साबित हुई। लिहाजा दोनों का ओबीसी का नॉन क्रीमिलेयर का प्रमाणपत्र निरस्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि आरक्षण का लाभ नॉन क्रीमीलेयर जाति प्रमाण-पत्र (caste certificate) के आधार पर मिलता है। आठ लाख रुपए से आय कम होने पर नॉन क्रीमीलेयर प्रमाण-पत्र मिलता है।
कभी सिंधिया के सबसे करीबी थे केपी
उल्लेखनीय है कि केपी यादव (bjp mp kp yadav) पहले कांग्रेस में ही थे। तब उन्हें सिंधिया का नजदीकी माना जाता था। सिंधिया के लिए चुनावी तैयारियों का काम केपी ही देखते थे। मुंगावली विधानसभा उपचुनाव में अपना टिकट कटने व कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज केपी ने लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए। केपी यादव एमबीबीएस डॉक्टर हैं।