–Scientists warning: भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे बताया गया,
– कोई सुनामी की चेतावनी जारी नहीं
नई दिल्ली। Scientists warning: अभी पूरी दुनिया कोरोना संकट का सामना कर रही है। कोरोना का प्रकोप, इसे रोकने के लिए लॉकडाउन, अर्थव्यवस्था के परिणामस्वरूप पतन, अरबों की नौकरियों का नुकसान, वेतन कटौती जैसे संकटों की एक श्रृंखला जारी है।
इसलिए, 2020 एक चिंताजनक वर्ष बन गया है। इस साल के अंत में दो महीने बाकी हैं। लेकिन संकट खत्म नहीं होगा, वैज्ञानिकों (Scientists warning) का दावा है। वर्ष के अंत तक भारत में और अधिक संकट आने की उम्मीद है।
वैज्ञानिकों (Scientists warning) ने चेतावनी दी है कि जल्द ही पूरा हिमालयी क्षेत्र मजबूत झटके महसूस करेगा। हिमालय के पहाड़ उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं से देश की रक्षा करते हैं। इसके अलावा देश को दुश्मनों से बचाने में हिमालय की भी बड़ी भूमिका है।
लेकिन अब हिमालय से देश में संकट पैदा होने की संभावना है। वैज्ञानिकों ने हिमालय के पहाड़ों की सतह के साथ मिट्टी की जांच की और रेडियोकार्बन विश्लेषण किया। वैज्ञानिकों ने भूगर्भीय, भौगोलिक जानकारी के अध्ययन से भूकंप की भविष्यवाणी की है।
रिपोर्ट जर्नल ऑफ सिस्मोलॉजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित हुई है। हिमालय पूर्व में भारत से लेकर पश्चिम में पाकिस्तान तक है। इसलिए इस पूरे क्षेत्र पर भूकंप का असर दिखेगा।
भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे बताया गया, हालांकि, कोई सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है अगर वैज्ञानिकों (Scientists warning) की भविष्यवाणी सच हुई तो चंडीगढ़, देहरादून, भारत और काठमांडू, नेपाल में भारी नुकसान होगा।