Salary PF Rule 2021 : हाथ में मिलने वाला वेतन हो सकता है कम
नई दिल्ली/ए.। salary pf rule 2021: अगले साल से कर्मचारियों के वेतन (salary pf rule 2020) , पीएफ एवं ग्रेच्युटी संबंधी नियमों में बदलाव हो जाएगा। सरकार इन नए नियमों को लागू करने की योजना बना रही है।
जिसकी वजह से कंपनियों बी बैलेंस शीट में भी परिवर्तन देखने को मिलेगा। अप्रैल माह से कर्मचारियों का पगार, पीएफ व ग्रेच्यूटी के नियम में बदलाव होगा।
इन नए नियमों से कर्मचारियों की सैलरी (salary and pf rule 2021) , प्राविडेंट फंड, ग्रेच्यूटी, कर्मचारी तथा कर्मचारियों के हाथ में मिलने वाले पगार में भी बदलाव होगा। ये नियम संसद में पारित हो चुके वेज कोड का हिस्सा है। आगामी वित्त वर्ष में वेतन की नई परिभाषा शुरू होने वाली है।
इन नए नियमों में अलाउंस की सीमा निश्चित है। यह कुल सैलरी का 50 फीसदी से अधिक नहीं हो सकता।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नवीन नियमों के अनुसार कंपनियों के अधिकतर पे स्ट्रक्चर में परिवर्तन देखने को मिलेगा। कंपनी व कर्मचारी दोनों का पीएफ कांट्रिब्यूशन में वृद्धि होगी। ये योगदान बढऩे से कई कर्मचारियों के हाथों में कम वेतन मिलने की संभावना है।
हालांकि सेवानिवृत्ति ग्रेच्यूटी की रकम बढ़ेगी। ग्रेच्यूटी का आकलन बेसिक सैलरी के आधार पर होता है। लेकिन पीएफ कांट्रिब्यूशन बढऩे व ग्रेच्यूटी के अधिक पेमेंट के कारण कंपनियों की कास्ट बढ़ सकती है।