Jaishankar’s warning to Pakistan: आपरेशन सिंदूर के एक माह बाद यूरोप प्रवास पर गये भारतीय विदेश मंत्री एस जय शंकर ने वहां की मीडिया के साथ चर्चा के दौरान एक बार फिर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान की हजारों आतंकवादियों को खुलेआम प्रशिक्षण दे रहा है और उनकी भारत में घुसपैठ कराने की साजिश रच रहा है। इसे भारत बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा है कि यदि पाकिस्तान अप्रैल माह में की गई बर्बर हरकतों को जारी रखता है तो उसे भारत की जवाबी कार्यवाही का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। आपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है सिर्फ स्थगित किया गया है। अगर पाकिस्तान अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आएगा तो भारत वहां के आतंकवादी संगठनों और उसके नेतृत्व के खिलाफ फिर बड़ी और कड़ी सैन्य कार्यवाही करेगा।
भारत को इस बात की परवाह नहीं है कि वे आतंकवादी कहां है। अगर वे पाकिस्तान के अंदर हैं तो हम पाकिस्तान के अंदर तक जाएंगे और उन्हें घुसकर मारेंगे। गौरतलब है कि आपरेशन सिंदूर के बाद जब भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषण की गई तो पाकिस्तान में आतंकवादियों के संगठन ने बकायदा एक सम्मेलन आयोजित कर भारत को अंजाम भुगतने की खुलेआम चेतावनी दी थी। आतंकवादियों से भारत के खिलाफ जेहाद की अपील भी की गई थी।
चूंकि भारत ने पाकिस्तान के सभी प्रमुख आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया है इसलिए अब आतंकवादियों को नए ठिकानों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसी का उल्लेख करते हुए एस जयशंकर ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है। दरअसल पाकिस्तान आतंकवाद का रास्ता छोडऩा ही नहीं चाह रहा है। आपरेशन सिंदूर ने भले ही पाकिस्तान में तबाही मचाकर उसके कस बल ढीले कर दिये हैं लेकिन वह भारत में आतंकवाद की आग को हवा देने की अपनी कोशिश नहीं छोडऩे वाला है।
भारत से सीधे जंग लडऩा उसके बूते की बात पहले भी नहीं थी और अब तो आपरेशन सिंदूर के साथ वह भारत से युद्ध करने की स्थिति में ही नहीं रह गया है। ऐसे में वह आतंकवादियों की मदद से छद्म युद्ध जारी रखने की साजिश करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता। भारत उसके नापाक इरादों को नाकाम करने के लिए कमर कस कर तैयार है। यदि पाकिस्तान ने फिर कोई हिमाकत की तो इस बार आपरेशन सिंदूर पार्ट-२ का उसपर कहर टूटना तय है।
भले ही उसके आका अमेरिका ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र संघ में आतंकवाद निरोधक कमेटी का उपाध्यक्ष बनाकर पाकिस्तान के हौसले बुलंद कर दिये हो लेकिन इससे पाकिस्तान को इस बात का लाइसेंस नहीं मिल गया है कि वह भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियां संचालित करता रहे। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस चेतावनी के बाद भी पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने आएगी इसकी उम्मीद कम ही है। क्योंकि पाकिस्तान आसानी से अपने नापाक इरादों से तौबा नहीं करने वाला है।
अमेरिका और चीन की सह पर वह भारत में देर सबेर किसी आतंकी घटना को अंजाम देने से कतई बाज नहीं आएगा। वैसे भी पाकिस्तान के हुक्मरानों पर पाकिस्तान की सेना और वहां के आतंकी संगठनों का दबाव बना रहता है। पाकिस्तान के नए मार्शल चीफ असीम मुनीर ने हाल ही में फिर से कश्मीर राग अलापा है इससे साफ है कि पाकिस्तान फिर कोई हिमाकत कर सकता है।
यदि वह ऐसा करेगा तो उसका यह आत्मघाती कदम अपनी ही ताबूत में खुद अपने हाथों आखिरी कील ठोंकने जैसा
मुर्खतापूर्ण काम सिद्ध होगा। बेहतर तो यही होगा कि पाकिस्तान आतंकवाद का रास्ता छोड़ दे अन्यथा अब भारत पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर पार्ट-२ के तहत पाकिस्तान को ऐसा गहरा जख्म देगा जो कभी नहीं भर पाएगा।