वॉशिंगटन। Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध पिछले एक महीने से छिड़ा हुआ है। रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी की। इस हमले में निर्दोष नागरिक भी मारे गए थे। यूक्रेन के लोगों के कड़े विरोध को देखकर ऐसा लग रहा है कि रूस भी युद्ध में एक कदम पीछे हट गया है। इसका उत्तर इस तथ्य में निहित है कि रूस लगभग एक महीने से यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर पाया है।
यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका समेत नाटो देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसलिए रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका यूक्रेन को जीवन रक्षक उपकरण भेज रहा है। यदि रूस यूक्रेन पर अपने हमले में रासायनिक या जैविक हथियारों का उपयोग करता है, तो ये जीवन रक्षक उपकरण यूक्रेनियन की मदद करेंगे, उनकी रक्षा की जाएगी।
बार-बार चेतावनी
यूक्रेन में रासायनिक या जैविक हथियारों का उपयोग करने की रूस की क्षमता को संयुक्त राज्य अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय संघ के सदस्यों द्वारा बार-बार चेतावनी दी गई है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन सैकी ने एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की कि क्या संयुक्त राज्य अमेरिका यूक्रेन को सुरक्षात्मक उपकरण प्रदान कर रहा है।
युद्ध में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल
जेन सैकी ने पुष्टि की है कि रूस द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की संभावना को देखते हुए अमेरिका ने इन जीवन रक्षक उपकरणों को यूक्रेन भेजा है। इससे पहले, नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने चिंता व्यक्त की थी कि रूस यूक्रेन के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया तो वह जवाबी कार्रवाई करेंगे।
शिखर सम्मेलन में रूस को धमकी दी
बिडेन ने ब्रसेल्स में एक शिखर सम्मेलन में रूस को धमकी दी थी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार को यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए कोटी को 300 मिलियन सुरक्षा सहायता वितरित की। संयुक्त राज्य अमेरिका फरवरी के अंत में रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।