दोनों देशों का नेतृत्व अब नरमी की भूमिका में
कीव। रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच युद्ध का आज 14वां दिन है। अहम बात यह है कि दोनों देशों का नेतृत्व अब नरमी की भूमिका निभाता नजर आ रहा है। इसी सिलसिले में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक बेहद अहम बयान सामने आया है। पुतिन ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने का उनका कोई इरादा नहीं है।
इससे पहले रूस ने कहा था कि यूक्रेन के साथ बातचीत अगले चरण में पहुंच गई है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि वह पद छोडऩे के बाद क्या करेंगे। लेकिन मौजूदा तनावपूर्ण हालात में दोनों देशों के नेतृत्व ने ऐसा नरम रुख अख्तियार किया है, जो एक बड़ा अपडेट माना जा रहा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी नाटो के सदस्य देशों के साथ असंतोष व्यक्त करते हुए कहा है कि वे अब नाटो में शामिल नहीं होना चाहते हैं। रूसी सैनिकों के कीव आने के बावजूद, जेलेंस्की इस बात से नाराज हैं कि नाटो के सदस्य देशों द्वारा कोई ठोस सैन्य सहायता प्रदान नहीं की गई है।
जेलेंस्की ने कहा चूंकि नाटो सहयोग नहीं कर रहा है, वह अब इसमें शामिल होने को तैयार नहीं है। हालांकि दोनों नेताओं ने नरम भूमिका निभाई है, लेकिन युद्ध के मैदान पर अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है। यूक्रेन पर रूस के हमले अभी भी जारी हैं।