कीव। Russia-Ukraine Crisis: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज दूसरा दिन है। युद्ध में अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं और यूक्रेन के बुनियादी ढांचे को बहुत नुकसान पहुंचा है। मिली जानकारी के अनुसार रूसी सेना ने राजधानी कीव में प्रवेश कर लिया है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट कर देशवासियों को आश्वस्त करने की कोशिश की है।
सब हमें छोड़ गए
ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और नाटो युद्ध में मदद करेंगे, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन में सेना भेजने से इनकार कर दिया था। इससे मुझे बहुत दर्द हुआ है। युद्ध लडऩे के लिए दुनिया ने हमें अकेला छोड़ दिया। लेकिन मैं देश नहीं छोड़ूंगा। मैं अभी भी अन्य अधिकारियों के साथ सरकारी क्वार्टर में ही हूं। रूस गलत रास्ते पर है, लेकिन हम नहीं हैं।
हम अपने दम पर लड़ेंगे
हम अपने राज्य की रक्षा के लिए अकेले रह गए हैं। लेकिन अब हम रूस से अपने दम पर लड़ेंगे। कोई हमारा साथ देने के लिए तैयार नहीं है। हर कोई यूक्रेन (Russia-Ukraine Crisis) को नाटो की सदस्यता की गारंटी देने से डरता है। उनके सैनिकों ने सीमा की रक्षा करते हुए अपनी बहादुरी दिखाई।
हमारे कई सैनिक मारे गए, लेकिन रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया। आज हमने 137 नागरिकों सहित 10 सैन्य अधिकारियों को खो दिया है। उन सभी को मरणोपरांत यूक्रेन के हीरो के खिताब से नवाजा जाएगा। उन्हें हमेशा याद रखें जिन्होंने यूक्रेन के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।
मैं हूं दुश्मन का मुख्य निशाना
ज़ेलेंस्की ने आगे कहा रूसी बलों के कीव में प्रवेश करने के बाद, बहुत विनाश हुआ है। इसके बावजूद हम अपने नागरिकों से सतर्क रहने और कफ्र्यू का पालन करने का आग्रह करते हैं। मैं राजधानी में ही हूं, मेरा परिवार भी यूक्रेन में है। मुझे यह कहने का कोई अधिकार नहीं है कि मेरा परिवार कहां है। हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक दुश्मन ने मुझे टारगेट नंबर 1 और मेरे परिवार को टारगेट नंबर 2 बनाया है।
युद्ध के दूसरे दिन यूक्रेन विस्फोटों से हिला
लगातार दूसरा दिन है जब रूस ने यूक्रेन पर बम गिराए हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव में शुक्रवार सुबह कई धमाकों की आवाज सुनी गई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने घोषणा की है कि देश की पूरी सेना युद्ध के लिए जा रही है।
यूक्रेन का दावा है कि उसके सैनिकों ने 800 से अधिक रूसी सैनिकों को मार गिराया है। तीस रूसी टैंक और सात जासूसी विमान भी मार गिराए है। यूक्रेन की सरकार ने 18 से 60 वर्ष की आयु के पुरुषों के देश छोडऩे पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूक्रेन ने कथित तौर पर अपने 10,000 नागरिकों को युद्ध के लिए राइफलें प्रदान की हैं।