RTPS Dog Application : डिजिटलीकरण की दौड़ में बिहार की सरकारी व्यवस्था एक बार फिर व्यंग्य का पात्र बन गई है। पटना के डॉग बाबू के बाद अब मधुबनी में टामी सिंह नामक कुत्ते के लिए आवास प्रमाणपत्र का ऑनलाइन आवेदन सामने आया है। मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने एफआईआर के लिए आवेदन दिया है, और सिस्टम में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
आवेदन में क्या लिखा था?
बाबूबरही आरटीपीएस कार्यालय को तीन अगस्त 2025 को एक अजीबोगरीब आवेदन मिला, जिसमें लिखा था:
नाम: टामी सिंह
पिता का नाम: शेरू सिंह
जन्मतिथि: 26 नवंबर 2009
गांव: पचरुखी, प्रखंड बाबूबरही, जिला (RTPS Dog Application)मधुबनी
लिंग: पुरुष
मोबाइल नंबर: भी दर्ज
संलग्न फर्जी आधार कार्ड में लगी थी कुत्ते की तस्वीर!
इस डिजिटल मजाक की सूचना आईटी सहायक कमलेश कुमार ने अंचलाधिकारी लीलावती कुमारी को दी, जिन्होंने आवेदन को रद्द कर दिया और बाबूबरही थाने में एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है।
पहले भी हुए हैं ऐसे मामले:
इससे पहले मसौढ़ी (पटना) में डॉग बाबू के नाम पर आवास प्रमाणपत्र जारी हो चुका है। पूर्वी चंपारण में ‘सोनालिका ट्रैक्टर’ नाम से भी आवेदन सामने आया था।
इस घटना ने आरटीपीएस जैसे गंभीर नागरिक सेवा पोर्टल की प्रामाणिकता और सुरक्षा(RTPS Dog Application) व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल उठता है – आधार कार्ड जैसा अहम दस्तावेज कैसे और किसके द्वारा फर्जी तरीके से बनाया गया?